Madhepura News: बैंकों की लापरवाही से पोषाहार से वंचित हो रहे बच्चे, आंगनवाड़ी केंद्रों में नहीं बंट रहे पोषाहार
Madhepura News मधेपुरा के बच्चे पोषाहार योजना से वंचित हैं। यहां पर जरूरतमंद बच्चों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। बैंक कर्मी इस अभियान में बाधक बने हुए हैं। बैंक समय से खाते में पैसा नहीं भेज रहा है।
मधेपुरा, जेएनएन। जिले के उदाकिशुनगंज भारतीय स्टेट बैंक के कर्मचारियों के मनमानी के आगे ग्राहक पस्त हैं। हालत यह है कि पिछले दरवाजे से आने वाले हर किसी के काम आशानी से हो जा रहा है। जबकि व्यवस्था के तहत अपनी बारी का इंतजार करने वाले ग्राहक काउंटर तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। यदि कोई व्यवस्था की गड़बड़ी की बात किसी कर्मचारी अथवा अधिकारी से पूछतें हैं तो उल्टे उनपर ही बरस पड़ते हैं। साथ ही व्यवस्था का विरोध जताने वालों को बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है। बैंक कर्मियों के इस रवैये से हर कोई परेशान हैं।
इतना ही नहीं बैंक कर्मी की लापरवाही से सरकारी काम भी बाधित हो रहा। बैंक कर्मियों को सरकारी काम से भी वास्ता नहीं है। इस वजह से बाल विकास परियोजना उदाकिशुनगंज अन्तर्गत विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्र पर टीएचआर वितरण में सेविकाओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लाभार्थियों के बीच भी टीएचआर वितरण विलंब से किया जाता है।
खाते में समय से नहीं भेजे जा रहे रुपये
सेविकाओं ने बताया कि बैंक द्वारा ससमय खाते में राशि नहीं भेजे जाने के कारण पोषाहार राशि की निकासी नहीं हो पा रही है। बैंक पहुंचकर दिनभर इंतजार करने के बाद पुनः वापस लौटना मजबूरी बन गई है। जानकारी अनुसार सीडीपीओ उदाकिशुनगंज द्वारा ससमय चेक के माध्यम बैंक को एडवाइस भेज दी गई है। लेकिन, 14 दिन के बाद भी पोषाहार समिति के खाते में राशि नहीं भेजी गई है।
समय पर टीएचआर का नहीं किया जा रहा वितरण
आइसीडीएस द्वारा निर्धारित समयावधि में प्रत्येक माह के 21 तारीख तक अनिवार्य रूप से प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र पर टीएचआर वितरण किया जाना तय है। बुधवार को भी राशि निकासी के लिए पहुंचे दर्जनों आंगनबाड़ी सेविकाओं को वापस लौटना पड़ा। इससे सेविकाएं आक्रोशित नजर आई। सेविकाओं ने कहा कि वे बैंक अधिकारी के खिलाफ वरीय अधिकारी से शिकायत करेंगे।