Litchi Price in Bihar: मिलने लगा नवगछिया का लीची, स्वादिष्ट और गुणवत्तापूर्ण, जानिए... खासियत
Litchi Price in Bihar भागलपुर जिले के नवगछिया इलाके में लीची की काफी पैदावार होती है। यहां का लीची गुणवत्तापूर्ण के साथ-साथ काफी स्वादिष्ट भी है। काफी मीठा है इसका स्वाद। अब लीची बाजारों में उपलब्ध है। अभी सौ रुपया सैकड़ा लीची बाजार में उपलब्ध है।
भागलपुर [मिथिलेश कुमार]। Litchi Price in Bihar: पूरा देश कोरोना वायरस के संकट से जूझ रहा है। देश भर में लॉकडाउन लगा हुआ है। बिहार में भी लॉकडाउन है। पिछले वर्ष भी इस समय यही हाल था। इस कारण नवगछिया के फलों को दूसरे जगह नहीं भेजा गया। यहां के किसानों को काफी नुकासान हुआ है। इस बार भी इसी प्रकार की संभावना है। भागलपुर के नवगछिया इलाके में इस बार काफी लीची उत्पादन का अनुमान है। यहां के लीची देश ही नहीं विदेशों में है। यहां का लीची काफी गुणवत्तापूर्ण है। मीठा और स्वादिष्ट है।
नवगछिया में आम, लीची, केला, सब्जी और मक्का किसानों को जबरदस्त नुकसान हुआ था। अभी कई बड़े किसान तो अपने बागीचे से लीची तुड़वाने के बजाय उसे पेड़ों पर ही छोड़ दिया था। गर्मी और मौसम की मार से बिहपुर प्रखंड में मनराजी लीची को नुकसान हुआ है। वहीं देशला लीची का भरपूर पैदावार हुआ है। लीची में लाली आ गई है। बागीचे में 25 मई से देशला और 10 जून से मनराजी प्रजाति लीची को तुड़वाने में किसान जुट जाएंगे।
अमरपुर के किसान सह शहद उत्पादक संजय चौधरी, किसान राजीव सनगही और प्रभाषचंद्र चौधरी बताते हैं कि इस वर्ष मनराजी की अपेक्षा देशला लीची का फलन बीते वर्ष से काफी अधिक हुआ है। लीची के फलन की गुणवत्ता भी काफी अच्छी है। जिस कारण लीची खरीदने के लिए बाहरी प्रदेशों के खरीददार को खोजना नहीं पड़ रहा है। लीची की खरीदारी के लिए बड़ी संख्या में पुराने व्यपारी लीची किसानों से फोन पर संपर्क साध रहे हैं।
किसान बताते हैं कि अगले एक-दो दिनों में बारिश होती है, तो देशला व मनराजी लीची को फायदा होगा। बिहपुर प्रखंड में केला, लीची, आम व मक्का आदि की खेती व उत्पादन व्यापक स्तर पर होती है। यहां का लीची दिल्ली, यूपी, बंगाल, पंजाब समेत नेपाल में बिहपुरिया लीची के नाम से जानी जाती है। बिहपुर प्रखंड में लीची कारोबार में प्रतिवर्ष तीन से चार करोड़ रुपया तक होता है। बिहपुर में अमरपुर, बभनगामा, लत्तीपुर, अरसंडी, जयरामपुर, औलियाबाद, दयालपुर, झंडापुर, मिलकी और हरियो समेत अनुमंडल के नवगछिया, गोपालपुर, खरीक और नारायणपुर प्रखंडों के बड़ी संख्या में संख्या में बागानों में व्यापक स्तर पर किसान लीची का उत्पादन करते हैं।
किसान बताते हैं कि लीची उप्तादन में इस बार एक एकड़ में किसान को पानी, खाद और जुताई आदि में करीब 30 हजार रुपये खर्च हुआ है। जिसका दाम किसानों को एक से सवा लाख रुपया तक मिलेगा। मुनाफा चार से पांच गुणा अधिक है। ढाई दशक पूर्व की अपेक्षा किसानों का रूझान वर्तमान में और बढ़ गया है। अच्छी सड़कों के कारण लीची ले जाने के लिए वाहनों की सुलभता से उपलब्धता व आवागमन की सुविधा भी है। अभी खुदरा बाजार में सौ रुपया सैकड़ा लीची उपलब्ध है।