बिजली संकट : शहर में कम क्षमता के लगे हैं ट्रांसफार्मर, रोज उड़ रहे फ्यूज Bhagalpur News
ट्रांसफार्मर जलने के बाद भी उपभोक्ताओं की संख्या बल के हिसाब से नया ट्रांसफार्मर नहीं लगाया जाता बल्कि पूर्व में लगाई गई क्षमता वाले ट्रांसफार्मर ही फिर से लगा दिए जाते हैं।
भागलपुर [जेएनएन]। सिल्क सिटी के कई हिस्सों में उपभोक्ताओं की संख्या अधिक होने के बाद भी कम क्षमता के ट्रांसफार्मर लगे हैं। इससे इन इलाकों में रोजाना फ्यूज उडऩे, तार टूट कर गिरने की शिकायत सामने आती है। इससे मरम्मत तक बिजली आपूर्ति बाधित रहती है। विभागीय अधिकारियों की नींद ट्रांसफार्मर के जल जाने पर ही टूटती है। हद तो तब है कि ट्रांसफार्मर जलने के बाद भी उपभोक्ताओं की संख्या बल के हिसाब से नया ट्रांसफार्मर नहीं लगाया जाता बल्कि पूर्व में लगाई गई क्षमता वाले ट्रांसफार्मर ही फिर से लगा दिए जाते हैं।
नहीं लगाए जाते हैं अधिक क्षमता के ट्रांसफार्मर
इस्लाम नगर में तीन माह पूर्व जले ट्रांसफार्मर की क्षमता 63 केबी की थी। वहां उपभोक्ताओं की संख्या अधिक होने की जानकारी देने के बाद भी ट्रांसफार्मर नहीं बदला गया था। नतीजा वहां लोड बढ़ता गया और ट्रांसफार्मर जल गया। ट्रांसफार्मर जलने के बाद ही विभागीय अधिकारियों की नींद टूटी। तब वहां ट्रांसफार्मर बदला गया।
लगातार ड्योढि़ रोड के ट्रांसफार्मर का उड़ रहा फ्यूज
14 अगस्त 2019 को बरारी पुरानी ड्योढि़ रोड में 100 केबी क्षमता का ट्रांसफार्मर जल गया। इस ट्रांसफार्मर से अमूमन रोज फ्यूज उडऩे की शिकायतें मिल रही थी। इसकी शिकायत भी स्थानीय स्तर पर फ्यूज काल सेंटर को किया जाता रहा। इस क्षेत्र में सौ से अधिक उपभोक्ता हैं। जहां दो सौ केबी के ट्रांसफार्मर की जरूरत है। विभागीय अधिकारियों ने 16 अगस्त को जले ट्रांसफार्मर की जगह नया ट्रांसफार्मर लगवाया। लेकिन वहां फिर से सौ केबी का ट्रांसफार्मर ही लगाया गया।
विभाग का दावा, क्षमता के अनुरूप लगाए जा रहे
हनुमान नगर, नया बाजार, जोगसर, खंजरपुर, हाउसिंग बोर्ड कालोनी समेत शहर के कई हिस्सों में उपभोक्ताओं की संख्या के मुताबिक क्षमता वाले ट्रांसफार्मर नहीं लगाए जा सके हैं। जबकि विभागीय अधिकारियों ने मंगलवार को यह दावा किया कि विभाग के पास 63, 100, 200, 315 केबी के ट्रांसफार्मर पर्याप्त संख्या में हैं।
30 उपभोक्ताओं पर 63 केबी क्षमता के ट्रांसफार्मर लगाना है
विभागीय नियम के अनुसार 63 की संख्या में बिजली उपभोक्ताओं की आबादी वाले क्षेत्र में 63 केबी के ट्रांसफार्मर लगाए जाने हैं। 60 या उससे अधिक उपभोक्ताओं वाले क्षेत्र में 100 केबी के ट्रांसफार्मर लगाए जाते हैं। 100 से 125 उपभोक्ताओं की आबादी वाले क्षेत्र में 200 केबी के ट्रांसफार्मर और इतनी संख्या वाले उपभोक्ता आबादी क्षेत्र में लोड अधिक होने पर 315 केबी के ट्रांसफार्मर लगाए जाने का नियम है। लेकिन विभागीय अधिकारी इस दिशा में समय पर कदम नहीं उठा रहे हैं।
संजीव कुमार गुप्ता (कार्यपालक अभियंता, भागलपुर) ने कहा कि उपभोक्ताओं की संख्या के अनुरूप ट्रांसफार्मर लगाने की कवायद तो की जाती है। कुछ जगहों से ऐसी शिकायतें है तो उपभोक्ताओं की बढ़ी संख्या की जांच बाद समय रहते वहां अधिक क्षमता के ट्रांसफार्मर लगा दिए जाएंगे।