Bihar: ... और जब थानेदार ही बन गए पंडित, कई प्रेमी-प्रेमिकाओं की करा दी शादी
Love marriage Bihar जमुई पुलिस के एक थानेदार आज कल कई किरदार निभा रहे हैं। नए किरदार में एक थानेदार पंडित बन गए। उन्होंने कई प्रेमी प्रेमिकाओं की शादी करा दी। शादी में दहेज को नहीं बनने दे रहे बाधक। प्रेमी जोड़ों की भी रचाई शादी।
लक्ष्मीपुर(जमुई) [नीरज कुमार सिंह]। Love marriage Bihar: थानेदार को ना जाने कितने रोल निभाने पड़ते हैं। कभी वेष बदलकर अपराधियों के पीछे तो कभी झूठा ग्राहक बन दारु तस्करों पर नकेल कसना पड़ता है। अब थानेदार पंडित बन शादी विवाह के पवित्र बंधन बांधने बांध रहे हैं। जी हां हम बात कर रहे लक्ष्मीपुर थाना के थानाध्यक्ष मृत्युजंय पंडित की। थानाध्यक्ष समाज के दहेजरुपी दानव के चंगुल से प्रेमी जोड़े को बचाकर आदर्श विवाह संपन्न करा रहे हैं। थानाध्यक्ष के पहल पर 9 मई से 21 मई के बीच तीन विवाह कराया जिसमें दो विवाह थाना के समीप शिवमंदिर में और एक विवाह लड़की के घर पर संपन्न कराई गई। दहेज मुक्त विवाह के कारण लोगों में खुशी है। लोग पुलिस को ऐसे ही समाज के साथ जूटे रहने की बात कहते हैं। थानाध्यक्ष मृत्युंजय पंडित ने दहेज के कारण टूटते कई रिश्ते को अपनी सूझ-बूझ से दोनों परिवार के बीच आपसी सहमति स्थापित कर बचाया है।
मामला लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत गौरा पंचायत के भूनिमरहर गांव का है। यहां एक प्रेमी जोड़ा घर से भागने की कोशिश की। रास्ते में पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया। 9 मई को परिवार की सहमति के बाद दोनों की शादी कर दी गई। सिंघेश्वर तांती के पुत्र प्रमोद तांती एवं सुनील तांती की पुत्री कांति कुमारी को थानाध्यक्ष ने आर्शीवाद देकर विदा किया।
दूसरी शादी पहली शादी के एक दिन बाद ही कराई गई। दिघरा मंडल टोला में दो परिवारों के बीच राजी खुशी से शादी तय की गई थी। शादी के दौरान दूल्हा किसी बात से नाराज होकर मंडप छोड़कर भाग निकला। वधू पक्ष ने यथाशीघ्र थाने की मदद ली और थानाध्यक्ष ने काफी मशक्कत के बाद वर को ढूंढ लिया और दोनों पक्षों के अभिभावक को थाना बुलाकर गलतफमियों को दूर कर दोनों की शादी करवाई।
तीसरी शादी 21 मई को कराया गया। यह मामला थाना से सटे नोवाठिका साकाल गांव का है। प्रेमी जोड़ा एक ही गांव में आसपास रहते थे। दोनों एक-दूसरे के साथ जीने मरने की कसम खा चुके थे। इसी बीच प्रेमिका की शादी कहीं और तय हो गई। इससे आहत प्रेमी प्रेमिका की मांग में जबरन सिंदूर डालकर भाग गया। प्रेमिका के स्वजन थाना पहुंचे। थानाध्यक्ष ने दोनों के अभिभावकों को बुलाया और मामले की जानकारी ली। पता चला कि विवाह में दहेज रोड़ा बना है। फिर प्रेमी जोड़े के परिवारवालों को समझा-बुझाकर और प्रेमी को बुलाया गया। इसके बाद शादी कर दी गई। इसके बाद दोनों परिवार राजी खुशी से वर एवं वधू को अपने घर ले गए।