खुल गए ताले! जन्माष्टमी से पहले Bihar Unlock-6 की गाइडलाइन ने दी खुशी, भागलपुर-कोसी-सीमांचल से आई प्रतिक्रिया
Bihar Unlock-6 की गाइडलाइन प्रदेश सरकार की ओर से बुधवार को जारी की गई है। लगभग बिहार पूरी तरह अनलॉक है। दिशा-निर्देशों को पढ़ लोग खुशी जाहिर कर रहे हैं। जन्माष्टमी से पहले धार्मिक स्थलों पर मिली छूट इस खुशी पर चार चांद लगा रही है।
ऑनलाइन डेस्क, भागलपुर। Bihar Unlock-6 में प्रदेश सरकार की ओर से बड़ी राहत मिली है। कोरोना वायरस संक्रमण (CoronaVirus Infection) लगभग न के बराबर है। प्रदेश के 8 जिले कोरोना मुक्त हो चुके हैं, मानें वहां एक भी एक्टिव केस नहीं है। बिहार स्वास्थ्य विभाग की ओर मंगलवार के जारी आंकड़ों के अनुसार अभी सक्रिय मरीजों की संख्या सिर्फ 101 है। ऐसे में सरकार की ओर से प्रदेशवासियों को अनलाक में छूट दी गई है। जन्माष्टमी के पहले इस छूट से लोगों की खुशी बढ़ गई है।
26 अगस्त, गुरुवार से प्रदेशभर में दुकानें, प्रतिष्ठान, शापिंग माल, पार्क, उद्यान एवं धार्मिक स्थल सामान्य रूप से खोले जा सकेंगे। इसके साथ ही जिला प्रशासन की अनुमति से सभी प्रकार के सामाजिक, राजनीतिक, मनोरंजन, खेल-कूद, सांस्कृतिक एवं धार्मिक आयोजन शर्तों के साथ आयोजित किया जा सकेगा। शिक्षण संस्थानों में अब परीक्षाएं आयोजित होंगी। बुधवार को आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से ये फैसला लिया गया। सीएम नीतीश कुमार ने इस बात की जानकारी ट्वीट कर दी।
बिहार में जन्माष्टमी, पितृपक्ष, नवरात्र, दशहरा, दीवाली और छठ से पहले धीरे-धीरे जिंदगी की गाड़ी पटरी पर आने लगी है, ऐसा कहना है भागलपुर के आर्मी रिटायर नवीन कुमार का। वहीं, हार्डवेयर दुकानदार अमरदीप शुक्ला नटवर कहते हैं कि गाइडलाइन पढ़ खुशी मिली, जागरण से मिली सटीक जानकारी हमेशा मार्गदर्शन करती रही है। आगे ये कि अब व्यापार में काफी सहूलियत मिलेगी।
भाजपा के जिला मीडिया प्रभारी प्यारे हिंद ने कहा कि वैक्सीनेशन और तेजी के साथ होगा, आगे संक्रमण की चेन न बने, इसकी जिम्मेदारी हम सबकी है। हमें एहतियात बरतनी होगी। बिहार सरकार की ओर से मिली छूट सराहनीय कदम है। जनता समझदार है और गाइडलाइन के मुताबिक ही जीवन यापन करेगी।
भागलपुर के पुजारी घनश्याम तिवारी कहते हैं कि कोरोना के चलते सभी धार्मिक अनुष्ठानों में ग्रहण सा लग गया था। मंदिरों में ताला लगा हुआ था। ऐसे में धर्म कर्म से अपना जीवन यापन करने वाले आर्थिक मंदी के बुरे दौर से गुजर रहे थे। उन्होंने कहा कि श्रावणी मेला इसी कोरोना की भेंट चढ़ गया, जहां अन्य राज्यों से लोग आकर अपनी दुकानें लगाते थे। न जाने कितनों खेल-खिलौने वाले, झूले वालों का नुकसान हुआ। अब भगवान की कृपा से सब ठीक हो रहा है।
सुपौल के नरेश दास ने कहा कि संक्रमण की रोकथाम के लिए लगाया गया लाकडाउन जरूरी था और अब जब संक्रमण कम हुआ तो अनलाक जिस चरणबद्ध तरीके से सरकार ने किया वो भी काबिल-ए-तारीफ है। आशा है कि कोरोना काल से पहले जैसे दिन थे वो वापस लौटेंगे। सभी ताले जो खुल गए हैं।
बिहार सरकार ने दी छूट के साथ कोरोना की तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए सावधानियों की भी अपेक्षा की है। बता दें कि इससे पहले बिहार में अनलाक की कवायद 08 से की गई, जब अनलाक-एक 15 जून तक रहा, इसके बाद अनलाक-दो 16 से 22 जून तक, अनलाक- तीन 23 जून से 6 जुलाई तक, अनलाक चार 07 जुलाई से 06 अगस्त तक और फिर अनलाक पांच 07 अगस्त से 25 अगस्त तक लागू रहा।