Coronavirus Bhagalpur Update : राहत की खबर; सभी 158 संदिग्धों की रिपोर्ट नेगेटिव
Coronavirus Bhagalpur News Update भागलपुर में कोरोना का मामला मिलने के बाद को जेएलएनएमसीएच और सदर अस्पताल के डॉक्टरों और कर्मचारियों के सैंपल लिए गए थे। रिपोर्ट नेगेटिव है।
भागलपुर, जेएनएन। Coronavirus Bhagalpur News Update : भागलपुर में कोरोना के पांच मामले आने के बाद लोगों में दहशत का माहौल है। इस बीच शहरवासियों के लिए राहत की बड़ी खबर आई है। कोरोना जांच के लिए पटना भेजे गए 158 लोगों के सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। इस खबर से स्वास्थ्य कर्मियों और पीजी छात्रों के चेहरे से चिंता की लकीर हट गई है। जिन लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है उनमें ज्यादातर जेएलएनएमसीएच के चिकित्सक, पीजी छात्र और स्वास्थ्य कर्मी हैं।
अस्पताल के अधीक्षक डॉ. आरसी मंडल ने बताया कि पटना से कोरोना संबंधित रिपोर्ट आई है। इसमें किसी में भी कोरोना के लक्षण नहीं मिले हैं। उन्होंने बताया कि भागलपुर में कोरोना का मामला मिलने के बाद 22 और 24 अप्रैल को जेएलएनएमसीएच और सदर अस्पताल के डॉक्टरों और कर्मचारियों के सैंपल लिए गए थे। जिनकी रिपोर्ट आई है उनमें वे डॉक्टर भी शामिल हैं जो थर्मल स्क्रीनिंग के लिए मुंगेर गए थे। इनमें 88 डॉक्टर, 10 सफाई कर्मचारी, तीन गार्ड के अलावा ग्लोकल हॉस्पिटल के 15 डॉक्टर और कर्मचारी सहित अन्य लोग भी शामिल हैं।
कोरोना पीड़ित पीजी छात्र के कमरे में लगा ताला : तीन दिनों तक जबरन आइसीयू में रहने वाला कोरोना पॉजिटिव पीजी छात्र रविवार को आइसोलेशन वार्ड में चला गया। कमरे के बाहर ताला लगा दिया गया है।
अस्पताल अधीक्षक ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर कहा था कि छात्र जबरन आइसीयू में रह रहा है। इधर, मेडिकल छात्रों ने आरोप लगाया कि पीजी छात्र डॉ. अभिलेश की यूनिट में भर्ती है। लेकिन वह और नोडल पदाधिकारी देखने तक नहीं पहुंचे। हॉस्टल के छात्रों ने कहा कि उन्हें दिए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता सही नहीं रहती। वहीं, नोडल पदाधिकारी डॉ. हेमशंकर शर्मा ने कहा कि भोजन की गुणवत्ता पूरी तरह सही है।
अस्पताल से तीन को मिली छुट्टी : आइसोलेशन वार्ड में भर्ती सिकंदरपुर के तीन व्यक्ति को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। उनकी जांच रिपोर्ट भी निगेटिव मिली। मायागंज अस्पताल की नर्से और कर्मचारियों ने भी सैंपल लेने की मांग की है। उन्होंने कहा कि सर्जरी से लेकर अन्य विभागों में मरीजों के संपर्क में आती हैं। उनका अभी तक सैंपल नहीं लिया गया है।
देर रात उप्र और उत्तराखंड के ट्रक ड्राइवरों की हुई जांच
सदर अस्पताल में देर रात उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड से पहुंचे ट्रक चालकों और खलासी की मेडिकल की गई। किसी में कोरोना के लक्षण नहीं मिले। उपाधीक्षक उपाधीक्षक डॉ. एकके मंडल ने कहा कि जांच के बाद सभी को जाने दिया गया। दरअसल, यूपी और उत्तराखंड से सामाना लेकर दो ट्रक चालक और खलासी भागलपुर पहुंचे थे। गोशाला के पास समान को उतारा जा रहा था। इस बीच एक अधेड़ चालक को लगातार खांसी हो रही थी। इसके बाद मोहल्ले वालों ने पुलिस को इसकी जानकारी दी। इसके बाद कोतवाली पुलिस सभी को जांच के लिए सदर अस्पताल लेकर पहुंची।
सील मोहल्लों में पहुंची चलती-फिरती दुकान
कोरोना संक्रमण के मामले सामने आने के बाद प्रशासन ने शहर के दो हिस्सों को सील कर दिया है। करीब छह किलोमीटर क्षेत्र में घरों से बाहर निकलने पर पाबंदी है। लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने मोहल्लों में ट्रक पर चलती-फीरती दुकान की सुविधा दी है। इसकी शुरुआत रविवार को हाउसिंग बोर्ड परिसर से की गई। ट्रक पर आटा, चावल, दाल व रसोई के जुड़ी खाद्य सामग्री देख लोग काफी उत्साहित दिखे। जमकर खरीदारी भी की। उपनगर आयुक्त सत्येंद्र वर्मा ने बताया कि हाउसिंग बोर्ड परिसर में 63 लोगों ने अपनी जरूरत की सामग्री की खरीदी। इसके बाद सिकंदरपुर और मिरजानहाट क्षेत्र में वाहन पहुंचा। यहां भी लोगों ने चलती-फिरती दुकान देख प्रशासन के प्रयास की सराहना की। उपनगर आयुक्त ने बताया कि सील इलाके में आपूर्ति के लिए मुजाहिदपुर और बबरगंज थाना को वाहन हैंडओवर कर दिया गया है। जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी अंजनी कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि बेहतर सुविधा के लिए प्लान तैयार किया जा रहा है। तत्काल सील इलाके के लोग संबंधित थानों से संपर्क कर अपनी जरूरतों का सामान मंगवा सके।
नवगछिया में सात लोगों के सैंपल जांच को भेजे
नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में सात लोगों का सैंपल जांच के लिए लिया गया। सैंपल को जांच के लिए भागलपुर अस्पताल भेजा गया है। वहां से यह सैंपल पटना भेजा जाएगा। वहीं, 17 लोगों की कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। अनुमंडल अस्पताल उपाधीक्षक अरुण कुमार सिन्हा ने कहा कि सात लोगों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं।
14 सौ घरों में जांच, छह संदिग्धों का आज लिया जाएगा सैंपल
सन्हौला के भुड़िया-महियामा पंचायत के गोविंदपुर गांव सहित सील किए गए एरिया में 14 सौ घरों के लगभग छह हजार लोगों की जांच रविवार को की गई। सन्हौला के पीएचसी प्रभारी डॉ. मृत्युंजय कुमार ने बताया कि जांच के लिए 14 टीमें काम कर रही है, जिनमें आशा एवं विकास मित्र शामिल हैं। जांच के क्रम में अलग-अलग घरों के छह सदस्यों को संदिग्घ पाया गया। सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम इनका सैंपल लेगी। बीडीओ अरविंद कुमार एवं थानाध्यक्ष ब्रजेश कुमार ने संयुक्त रूप से सील किए गए सात रास्तों पर पहुंचकर विधि व्यवस्था का जायजा लिया।