मेडिकल दुकान में दवा के बदले मिलती थी दारू, जहां बैठते थे खुद दारोगा, भागलपुर एसएसपी पहुंचे तो उड़ गए होश
भागलपुर में शराब बेचने वालों को संरक्षण देने वाले एक दारोग़ा निलंबित कर दिया गया। शराब बेचने वालों को संरक्षण देने वाला दारोग़ा निलंबित। एसएसपी बाबूराम ने किया जांच बाद निलंबित चलेगी विभागीय कार्रवाई भी। मामला सजौर थानाक्षेत्र का है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। सजौर थानाक्षेत्र के मेडिकल दुकानदारों से साठगांठ कर शराब बिक्री कराने मामले में संदिग्ध भूमिका निभाने वाले सहायक अवर निरीक्षक हरिओम प्रकाश सिंह को एसएसपी बाबूराम ने निलंबित कर दिया है। उनके विरुद्ध सजौर बाजार स्थित मेडिकल दुकानदरों जिनकी दुकानों से शराब बरामद हुए थी, के साथ सांठ गांठ होने का आरोप लगाते हुए आवेदन दिया था। एसएसपी ने उक्त आवेदन की जांच इंस्पेक्टर और विधि व्यवस्था डीएसपी से कराई।
रिपोर्ट में सम्बंधित आरोपित दारोगा के इन दुकानों पर नियमित रूप से बैठने की शिकायत सही पाई गई, तथा इनका आचरण संदिग्ध पाया गया। रिपोर्ट के आधार पर दारोगा को तत्काल प्रभाव से एसएसपी ने निलंबित कर दिया है।
सुबह सात से नौ और शाम पांच से आठ बजे तक दवा दुकान में बैठते थे दारोगा, बिकती थी शराब
आरोपित दारोगा हरिओम प्रकाश सिंह रोज सजौर थानाक्षेत्र के सजौर बाजार क्षेत्र स्थित मेडिकल की दुकान में रोज बैठ अपनी मौजूदगी में शराब बिक्री करवाते थे। उनकी दिनचर्या सुबह सात से नौ और शाम को पांच बजे से आठ बजे तक मेडिकल की दुकान में बैठने की थी। इस दौरान दवा की दुकान में दवा नहीं दारू बिकती थी। दारू बेचने वाले और लिवाल उनकी मौजूदगी में शराब खरीदते और आराम से जाते थे। उनकी जेबेवगर्म हो जाती थी। एसएसपी ने अंचल इंस्पेक्टर और विधि व्यवस्था डीएसपी से जांच कराने के बाद भी आरोपित दारो$गा की तकनीकी जांच में मौजूदगी की मुक्कमल जानकारी ली। सत्य पता होते ही उनके विरुद्ध पहली कार्रवाई निलंबन की हुई और विभागीय जांच की कार्रवाई भी आरंभ कराने की कवायद शुरू कर दी गई है।
बालू चोरों को दिखाते थे रास्ता, करते थे सड़क पर गाडिय़ों से वसूली, विरोध करने वालों पर बरसाते थे डंडा
सजौर थानाक्षेत्र में बालू चोरों से भी निलंबित दारोगा की साठगांठ जगजाहिर थी। दरियापुर मार्ग में गाड़ी लगा बालू लड़े वहमों से वसूली और उनकी गाडिय़ों को सुरक्षित रास्ता दिलाने के सभी जतन किया करते थे। एक मंत्री के रिश्तेदार ने उनकी इन करतूतों की जानकारी जब एक वरीय अधिकारी को दी थी उसे मुकदमे में उलझाने का प्रयास किया था। इलाके में सक्रिय एक जाति विशेष के जरायम पेशेवरों को भी संरक्षण देने का आरोप लगता रहा था। पूर्व में तमाम शिकायतों को नजरंदाज किया जाता रहा था। एसएसपी बाबूराम के योगदान देने के बाद यह कार्रवाई सामने आई है।
मुख्यमंत्री को भी एक व्यापारी ने मेल से की थी शिकायत
सजौर थानाक्षेत्र के झिकटिया निवासी एक व्यापारी ने उक्त दारोगा की संदिग्ध गतिविधियों की शिकायत और मामले में वरीय पुलिस पदाधिकारियों की तरफसे कोई कार्रवाई नहीं किये जाने को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मेल पर शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई थी। मुख्यमंत्री सचिवालय से भी इस सम्बंध में जांचोपरांत विधिसम्मत कार्रवाई का निर्देश जिला पुलिस मुख्यालय को भेजा गया था।