बिहार में शराब निर्माण: 40 किलो गुड़ में 90 लीटर गंदा पानी, एक सप्ताह बाद बन जाता है दारू
बिहार में शराब निर्माण 40 किलो गुड़ में 90 लीटर पानी एक सप्ताह गंदे पानी में दबा बना रहे दारू। भट्ठी पर बर्तन चढ़ा एक-एक बूंद निकाल ली जा रही शराब। पुलिस और आबकारी की टीम अब उन्हें दबोचने के लिए घूम रही गांव-गांव।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। जहरीली शराब से हाल में हुई मौत बाद पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर शराब तस्करों, खरीद-बिक्री, सेवन करने वालों के विरुद्ध मुहिम छिड़ी हुई है। भागलपुर के पीरपैंती, इशीपुर, एकचारी, अमदण्डा, सनोखर, शिवनारायणपुर, सन्हौला, कजरैली, जगदीशपुर, मधुसूदनपुर, नाथनगर, अकबरनगर, सबौर, बरारी, औद्योगिक थानाक्षेत्र में पुलिस, आबकारी के अलावा भागलपुर पुलिस की एन्टी लिकर सेल दबिश दे रही है। यह दीगर बात कि दबिश में फिलहाल बड़ी सफलता नहीं मिल पाई है।
अभियान की समीक्षा और काबिलियत की होगी परख
- शराबबंदी कानून के प्रभावी अनुपालन को लेकर थानेदारों की काबिलियत की परख भी एसएसपी करेंगी। किनके क्षेत्र से क्या उपलब्धि हुई इसकी भी समीक्षा करेंगी।
- देसी शराब को और नशीला बनाने यूरिया खाद अल्कोहल और धतूरे का मिलाते हैं बीज
- चोरी- छिपे देसी शराब बनाने वाले शराब को ज्यादा नशीला बनाने के चक्कर मे यूरिया खाद, अल्कोहल के अलावा धतूरे का बीज मिलाते हैं जिसकी ज्यादा मात्रा होने पर वह काफी खतरनाक हो जाता है।
शराब बनाने वालों को ढूंढ रहे थानेदार, एसएसपी खुद देखतीं कि वो कर रहे कि नहीं काम
एसएसपी निताशा गुडिय़ा ने भागलपुर के बार्डर वाले इलाके में थानेदारों को वाहनों की सख्त तलाशी, चिन्हित इलाके में ताबड़तोड़ छापेमारी करने का निर्देश दिया है जहां देसी शराब निर्माण की शिकायत मिलती रही है। एसएसपी जिले के सभी 40 थानों, सहायक थानो में तैनात पुलिस पदाधिकारियों की अभियान में कार्यकुशलता परखने के लिए मुफस्सिल इलाके में एसडीपीओ और शहरी इलाके में सिटी एसपी, सिटी एएसपी और डीएसपी मुख्यालय को भी लगा दिया है।
ये अधिकारी कभी भी थानेदारों के परफार्मेंस और उनकी शराबबंदी कानून के अनुपालन की दिशा में उनकी तत्परता जांचने मुआयना करने लगे हैं। एसएसपी स्वयं भी किसी इलाके में घूम कर शराबबंदी कानून के सौ फीसद अनुपालन में उनकी कार्यशैली देखने निकल अभियान की हकीकत नापने चली जा रही हैं। चौक-चौराहों पर पुलिस की तलाशी अभियान का सच जानने के लिए पुलिस की गश्ती दल, मोबाइल दस्ता का लोकेशन भी पता कर रही है। सीसी कैमरे से भी पुलिस टीम की निगरानी स्वयं करने लगी है।