बिहार में शराब ने बढ़ा दिया Revenue, खजाना भर रहा उत्पाद विभाग, अकेले मुंगेर से हुई इतनी Income
शराबबंदी के बाद भी सरकार का खजाना भर रहा उत्पाद विभाग। शराब के साथ पकड़े गए वाहनों की नीलामी से आ रहा पैसा। बाइक से लेकर लग्जरी वाहनें पकड़ी जा रही शराब के साथ। 10 माह में 24 वाहनों की लगी बोली।
मुंगेर [हैदर अली]। सूबे में शराबंदी के बाद भी सरकार का खजाना जिला उत्पाद विभाग भर रहा है। शराबबंदी के दौरान जब्त वाहनों की नीलामी कर राजस्व की उगाही की जा रही है। राजस्व के लिए उत्पाद विभाग ने कमाई का एक नया तरीका खोज लिया है। जिले में शराबबंदी कानून के बाद जब्त वाहनों की बिक्री से उत्पाद विभाग को बंपर मुनाफा हुआ है। केवल 10 माह में 24 वाहनों से 20 लाख से ज्यादा रुपये अर्जित किए गए हैं, जबकि 30 वाहनों की नीलामी प्रक्रिया इसी माह होगी। इसके लिए सूची तैयार की गई है। जिलाधिकारी के निर्देश के बाद कवायद जल्द शुरू होगी। दरसअल, अप्रैल 2016 से बिहार में शराबबंदी है, इसके बाद भी शराब की अवैध कारोबार में लोग जुड़े हैं, इन लोगों से उत्पाद विभाग सख्ती से पेश आ रही है। उत्पाद विभाग की ओर से नीलामी नोटिस निकालने के बाद लोग खुद ही विभाग से संपर्क कर रहे हैं, इन गाडिय़ों की नीलामी थाने में जहां है जैसा है उसी आधार पर किया जाएगा।
तेज हुई नीलामी की कवायद : उत्पाद विभाग की ओर से पकड़े गए वाहनों की नीलामी प्रक्रिया की कवायद तेज कर दी गई है। नीलामी के वाहनों को खरीदने के लिए दौरान लोग तय कीमत से ज्यादा पैसे की बोली लगाते हैं। थाने में जब्त वाहन जिस हालत में है उसी हालत में बोली लगती है। नीलामी के बाद कोई ग्राहक गाड़ी की खरीद करता है और विभाग की तरफ से कागजी प्रक्रिया में किसी तरह की तकनीकी गड़बड़ी आती है तो विभाग उसे देखेगा। गाड़ी खरीद के बाद पाटर्स संबंधित गड़बड़ी की शिकायतें को दूर नहीं किया जाएगा।
जिलाधिकारी के निर्देश पर जब्त वाहनों की सूची उपलब्ध कराने पर उत्पाद विभाग की ओर से नीलामी की प्रक्रिया की जाती है। 10 माह में उत्पाद विभाग द्वारा 24 वाहनों की नीलामी कर चुका है। बाइक से लेकर कार, स्कार्पियों सहि 30 वाहनों की नीलामी भी जल्द होनी है। जिलाधिकारी के निर्देश के बाद कार्रवाई शुरू हो जाएगी। -कुलवंत कुमार, इंस्पेक्टर उत्पाद विभाग, मुंगेर।