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क्‍या आप जानते हैं ब‍िहार के सत्‍यम को, Global Teacher Prize के ल‍िए चयन हुआ है चयन, TOB ने दी बधाई

ब‍िहार भागलपुर के सत्‍यम म‍िश्र का चयन ग्लोबल टीचर प्राइज के ल‍िए हुआ है। भीखनपुर निवासी सत्यम मिश्र स्वर्गीय निशिकांत मिश्र के पौत्र हैं। पिता रविकांत मिश्र जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कालेज अस्पताल में पैथोलाजी विभाग के विभागाध्यक्ष हैं। टीचर्स ऑफ ब‍िहार (TOB) ने इन्‍हें बधाई दी है।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Published: Fri, 10 Sep 2021 08:49 AM (IST)Updated: Fri, 10 Sep 2021 06:47 PM (IST)
ग्लोबल टीचर प्राइज 2021 के ल‍िए सत्यम मिश्र का चयन किया गया है।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। ग्लोबल टीचर प्राइज 2021 के लिए भागलपुर के भीखनपुर निवासी सत्यम मिश्र का चयन किया गया है। 23 दिसंबर 1990 को जन्मे श्री मिश्र स्वर्गीय निशिकांत मिश्र के पौत्र हैं। उनके पिता रविकांत मिश्र जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कालेज अस्पताल में पैथोलाजी विभाग के विभागाध्यक्ष हैं। टीचर्स आफ ब‍िहार (Teachers of Bihar) ने सत्‍यम मिश्रा को बधाई दी है। 

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सत्यम की प्रारंभिक शिक्षा भागलपुर के माउंट असीसि स्कूल से हुई है। उन्होंने 2006 में 90 फीसद अंक से दसवीं और 2008 में 77 फीसद अंक से 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की थी। इसके बाद भी इंजीनियर‍िंंग की तैयारी करने लगे। मणिपाल विवि से उन्होंने 2014 में बीटेक पूरा किया। बीटेक पूरा करने के बाद वे टीच फार इंडिया से 2015 में जुड़ गए। उन्होंने इससे जुड़कर आर्थिक रूप से पिछड़े बच्चों की पढ़ाई के लिए अलग-अलग गणित के सूत्रों की तलाश शुरू की। उनके सूत्र काफी कामयाब रहे। इस वजह से उन्हें 2016 में आइआइएम अहमदाबाद से इंटर्नशिप करने का मौका मिला।

उन्होंने बताया कि आइआइएम में इंटर्नशिप करने से उनके फार्मूले में और निखार आया। 2017 में उन्हें पता चला कि मलाला यूसुफ जई भी रिफ्यूजी कैंप के बच्चों की पढ़ाई के लिए स्कूल चलाती हैं। यह सुन वे काफी प्रभावित हुए और उन्होंने 2017 में मलाला स्कूल से संपर्क किया। तब वे मलाला स्कूल से जुड़ गए। वहां आनलाइन के साथ आफलाइन मोड में भी बच्चों को पढ़ाने के साथ शिक्षकों को ट्रेंड करने लगे। सत्यम के मुताबिक यह वर्ष उनके लिए काफी टर्निंग प्वाइंट का रहा। रिफ्यूजी कैंप के बच्चों के साथ उनका एक अलग ही अनुभव था।

बकौल सत्यम 2018 में नेशनल कंसलटेंट के रूप में दोबारा से टीच फार इंडिया से जुड़े। उसके बाद टीच फार आल से जुड़ते हुए उन्हें 17 देशों में काम करने का मौका मिला। इसमें भारत के अलावा नेपाल, साउथ अफ्रीका, आस्ट्रेलिया, जापान, अर्मेनिया, स्पेन आदि देशों में कार्य किया। उन्होंने बताया कि वे अभी टीच फार अर्मेनिया और टीच फार स्लोवाकिया से जुड़े हुए हैं। 2020 में कोविड-19 के दौरान बच्चों की पढ़ाई और शिक्षकों को ट्रेन‍िंग देने को लेकर माइक्रोसाफ्ट और नेशनल ज्योग्राफिक ने उन्हें एजुकेशनिस्ट के रूप में प्रमाणित किया था। चार बार टेडक्स में भी बोलने का मौका मिला है।

उनकी इस सफलता पर दादी स्वतंत्रता सेनानी सावित्री मिश्र, चाचा उदय कांत मिश्र, राजीव कांत मिश्र, चाची छाया मिश्र, संध्या मिश्र ने बहुत बधाई दी है। उनके पिता रविकांत मिश्र और मां विभा मिश्र ने कहा कि बेटे को लगन और मेहनत ने ही इस मुकाम पर पहुंचाया है।

नेटवर्क कनेक्टर के रूप में कर रहे कार्य, माउंट असीसि के बच्चों को निश्शुल्क दे रहे शिक्षा

ग्लोबल प्राइज के लिए चयनित सत्यम मिश्र टीच फार आल के लिए नेटवर्क कनेक्टर के रूप में कार्य कर रहे हैं। वे वर्तमान में टीच फार अर्मेनिया में करिकुलम डेवलपमेंट मैनेजर के रूप में अपनी सेवा दे रहे हैं। साथ ही टीच फार स्लोवाकिया सीम कोच के तौर पर कार्य देख रहे हैं। जिसके तहत साइंस और टेक्निक में शिक्षकों को ट्रेंड करना होता है, ताकि वे किस तरह बच्चों को लेसन पढ़ाएं। जिससे उनकी ज्यादा से ज्यादा रुचि पढ़ाई को लेकर जगे। वे अर्मेनिया में रिफ्यूजी कैंप के बच्चों की पढ़ाई के लिए अलग-अलग तरीके ईजाद कर रहे हैं।

सत्यम ने बताया कि अब तक उन्होंने आठ ऐसे फार्मूले बनाए हैं, जिनसे बच्चों की पढ़ाई काफी आसान हो गई है। अलग-अलग चैप्टर के लिए अलग-अलग मेथड तैयार कर रहे हैं। इसके लिए उन्हें 2019 में वल्र्ड इकोनामिक फोरम के तहत ग्लोबल सेपर्स कम्युनिटी में सेपर्स के रूप में चुना गया था। इसका काफी लाभ उन्हें अपने क्षेत्र में मिल रहा है। अपने अनुभवों के आधार पर वह बच्चों के लिए बेहतर कर पा रहे हैं।

उन्होंने बताया कि माउंट असीसि की एक शाखा पोड़ैयाहाट में चलती है। वे वहां के बच्चों को आइसीएसई कोर्स 2022 के लिए गणित और साइंस की फ्री कोच‍िंग देते हैं। 14 जून से अनवरत उनकी फ्री कोच‍िंंग जारी है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के कारण पूरे विश्व में करीब 1.6 बिलियन बच्चे अचानक स्कूलों से दूर हो गए। ऐसे में शिक्षा एक बड़ी चुनौती के रूप में उभरी है, किंंतु वे अलग-अलग देशों के अनुभवों के आधार पर रिफ्यूजी कैंप के बच्चों को बेहतर पढ़ाई के तरीकों से लाभ पहुंचा रहे हैं। माउंटअसीसि स्‍कूल के फादर जोश थेक्‍कल (Father Jose Thekkel) का भी सहयोग मिला था। माउंट असीसि पोड़ैयाहाट के Father Jose Chakalacal ने भी उन्‍हें बधाई दी। 

Teachers of Bihar (TOB) ने सत्‍यम को बधाई दी है

टीचर्स ऑफ बिहार के फाउंडर शिव कुमार ने कहा क‍ि भागलपुर के सत्‍यम म‍िश्र का चयन ग्लोबल टीचर अवार्ड 2021 के ल‍िए होना बिहार के लिए गर्व की बात है। सभी श‍िक्षकों को इनसे प्रेरणा लेनी चाहिए। बिहार की सबसे बड़ी प्रोफेशनल लर्निंग कम्युनिटी टीचर्स ऑफ बिहार ने सत्यम को बधाई और शुभकामनाएं दी है। बधाई देने वालों में शिवेंद्र सुमन, सत्यनारायण साह, मुदित कुमार, खुशबू कुमारी, शशिधर उज्ज्वल, विजय, राकेश कुमार, केशव कुमार, नम्रता मिश्रा, ज्योति कुमारी, कविता कुमारी, उमाकांत कुमार, अरविंद कुमार, सुमन सौरभ, सुमोना र‍िंकू घोष, रूबी कुमारी आद‍ि शाम‍िल हैं। 

माउंट असीसि के श‍िक्षक ने दी बधाई

माउंट असी‍स‍ि स्‍कूल के श‍िक्षक ने सत्‍यम मिश्रा को बधाई दी है। प्राचार्य फादर जोश थेक्‍कल, फादर जोमोन फ्ल‍ि‍प, अगस्‍ट‍िन सर, मनीष कुमार झा, राहुल म‍िश्रा, राजेश म‍िश्रा, प्रसुन कृष्‍णा, सुशांत म‍िश्रा, बेनी सर, तपन सर, आलोक झा, मानस कुमार झा, रजनी झा, मधु, अलका, देवव्रत स‍िंंह, रचना, द‍िप्‍ती, स्‍नेहा, श‍िल्‍पी, स्‍वात‍ि आदि ने उन्‍हें बधाई दी है। 

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