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शहर के 3500 पोलों पर लगेगी एलईडी लाइट, दुधिया रोशनी से जगमग होगा शहर

लाइट लगाने का ईईएसएल को दिया गया जिम्मा वहीं मेनटेनेंस के लिए कंपनी टेक्नीशियन की बहाली की जाएगी। आने वाले तीन से चार महीने में पूरे शहर में स्ट्रीट लाइट लग जाएगी। इसके लिए नगरपरिषद की ओर से विभागीय तैयारी शुरू कर दी है।

By Amrendra kumar TiwariEdited By: Published: Sun, 07 Feb 2021 03:53 PM (IST)Updated: Sun, 07 Feb 2021 03:53 PM (IST)
शहर के 3500 पोलों पर लगेगी एलईडी लाइट, दुधिया रोशनी से जगमग होगा शहर
मेनटेनेंस के लिए कंपनी करेगी टेक्नीशियन की बहाली

जागरण संवाददाता, मधेपुरा । मधेपुरा नगर परिषद के 35 सौ पोलों पर एलईडी लाइट लगाई जाएगी। इसका जिम्मा ईईएसएल को दिया गया है। वहीं मेनटेनेंस के लिए कंपनी टेक्नीशियन की बहाली की जाएगी। आने वाले तीन से चार महीने में पूरे शहर में स्ट्रीट लाइट लग जाएगी। इसके लिए नगरपरिषद की ओर से विभागीय तैयारी शुरू कर दी है। नप के ईओ प्रवीण कुमार ने बताया कि ईईएसएल का शुरू होने के बाद शहर में रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था हो जाएगी। वहीं पूर्व से कार्य कर रहे सभी लाइटें भी बदल दी जाएगी।

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तीन वर्ष पूर्व शहर में लाइट लगाने की दी गई थी जिम्मेदारी

मालूम हो कि ईईएसएल को 2018 में ही पूरे शहर में लाइट लगाने की जिम्मेदारी दी गई थी। लेकिन एसेंसी की सुस्ती के बाद मामला अधर में लटक गया। इस कारण नप भी अपने स्तर से लाइट के संबंध में कोई निर्णय नहीं ले पाई थी। ईओ ने बताया कि कि एनर्जी इफीसियंसी सर्विस लिमिटेड (ईईएसएल) एलईडी बल्ब बनाती है। एजेंसी के पास लाइट के पर्यवेक्षण की आधुनिक व्यवस्था है। ग्राउंड पोजिशङ्क्षनग सिस्टम (जीपीएस) के माध्यम से पता चल जाएगा कि कौन सी स्ट्रीट लाइट खराब है, उसे तत्काल सही कर दिया जाएगा। इसके लिए कमांड सेंटर भी बनाया जाएगा। ताकि खराब होने की स्थिति में नगर परिषद का चक्कर नहीं लगाना पडें। शहर में लगे सभी बिजली के खंभों की नंबङ्क्षरग की जाएगी। उन्होंने बताया कि पहले इस एजेंसी को अक्टूबर 2020 में ही यह काम करना था। लेकिन कोरोना के कारण कार्य शुरू नहीं हो पाया।

हाई मास्ट को बदलकर एलईडी में किया गया परिवर्तित

मालूम हो कि पहले ही शहर के 35 स्थानों पर हाई मास्ट लाइट लगा हुआ है। मास्ट लाइट में हैलोजन लगा है जिसे परिर्वतित कर एलईडी लाइट लगाया जाएगा। उपमुख्य पार्षद मनीष कुमार मिंटू ने बताया कि विगत एक दशक में शहर का दायरा काफी बढ़ा है। ऐसे में हाई मास्ट लाइट की संख्या भी बढ़ाने पर विचार हो रहा है। वे बताते हैं कि हाई मास्ट लैंप अब पहले की तरह मंहगा नहीं रहा। कारण अब हैलोजन की जगह एलईडी लगाया जा रहा है। ऐसे में अगली बोर्ड की बैठक में इस मामले में भी गंभीर निर्णय लिया जाएगा। ताकि ज्यादा से ज्यादा मुहल्ले में लाइट लगाया जा सके।

क्या कहते हैं नगर परिषद के कार्यपालक अधिकारी

नगर परिषद के कार्यपालक अधिकारी प्रवीण कुमार ने कहा कि स्टीट लाइट को लेकर कि ईईएसएल और विभाग की वार्ता चल रही है। उम्मीद है कि 15 फरवरी को अंतिम वार्ता के बाद शहर में काम शुरू हो जाएगा। इसके लिए हमलोगों ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है।


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