भागलपुर स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सक समेत अन्य कर्मचारियों की कमी, एएनएम कर रही ड्रेसिंग
भागलपुर के स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सक की भारी कमी है। कर्मचारियों की कमी है। ड्रेसर का कार्य एएनएम कर रही हैं। एएनएम की भी कमी है। कोरोना वायरस के प्रसार के कारण चिकित्सकों की कमी भी खली थी।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। जिले के स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सक समेत अन्य कर्मचारियों की कमी वर्षों से बनी हुई है। स्थिति यह है कि स्वास्थ्य केंद्रों में ड्रेसर का कार्य एएनएम कर रही हैं। हालांकि एएनएम की भी कमी बनी हुई है। कोरोना की दूसरी लहर में चिकित्सकों की कमी भी खली थी। हालांकि सरकार ने आनन-फानन सिविल सर्जन की निगरानी में उनके कार्यालय में ही साक्षात्कार लेकर नियुक्ति भी की थी, लेकिन कई चिकित्सक योगदान देने के बाद भी नहीं आए। ड्रेसर के पद खाली हैं। वहीं, हाल में ही लैब टेक्नीशियन और फार्मासिस्ट की नियुक्ति की गई थी।
सदर अस्पतल सहित जिले के स्वास्थ्य केंद्रों में पांच के लेकर 15 तक चिकित्सकों के पद रिक्त हैं। जिले में नियमित करीब 250 चिकित्सकों के पद स्वीकृत हैं, इनमें लगभग दो सौ चिकित्सक कार्यरत हैं। सदर अस्पताल में 25 चिकित्सकों के पद हैं, कार्यरत 12 हैं। कहलगांव अनुमंडलीय अस्पताल में चिकित्सकों के 30 पद स्वीकृत हैं, कार्यरत 14 हैं। सुल्तानगंज रेफरल अस्पताल में भी चार चिकित्सक के पद स्वीकृत हैं, लेकिन मात्र दो कार्यरत हैं। अन्य अस्पतालों में भी यही स्थिति है। जिले में 871 पद एएनएम के स्वीकृत हैं, लेकिन 652 कार्यरत हैं। ड्रेसर किसी भी स्वास्थ्य केंद्र में नहीं हैं। ड्रेङ्क्षसग एएनएम द्वारा ही की जाती है। सदर अस्पताल में संविदा पर ड्रेसर कार्यरत है। वहीं, जिले में 35 वार्ड ब्वाय के स्थान पर 10 कार्यरत हैं, सभी संविदा पर हैं। नियमित वार्ड व्वाय के पद रिक्त हैं। सभी अस्पताल में फार्मासिस्ट रहना आवश्यक है। सदर अस्पताल, कहलगांव में ही फार्मासिस्ट कार्यरत हैं।
गुणवत्ता को लेकर सदर अस्पताल रहा अव्वल, मिलेगा सम्मान
सदर अस्पताल में लेबर रुम और आपरेशन थियेटर की गुणवत्ता को लेकर अधिकारी को सम्मानित किया जाएगा। बिहार में तीन अस्पतालों में भागलपुर के सदर अस्पताल भी सम्मानित होने वाले सूची में शामिल है। नवंबर में लक्ष्य टीम द्वारा सदर अस्पताल के लेबर रुम और आपरेशन थियेटर की जांच की थी। इसमें साफ-सफाई से लेकर चिकित्सकीय गुणवत्ता भी मिली। राष्ट्रीय स्तर पर अस्पताल के अधीक्षक और स्वास्थ्य प्रबंधक को सम्मानित किया जाएगा।
नेशनल हेल्थ मिशन के अपर सचिव एवं मिशन निदेशक विकास शील द्वारा जारी पत्र में यह जानकारी दी गई है। पत्र में सदर अस्पताल भागलपुर, समस्तीपुर और अररिया को सम्मानित करने का निर्णय लिया गया है। भागलपुर सदर अस्पताल को लेबर रुम और आपरेशन थियेटर के रख-रखाव और मरीजों की चिकित्सकीय सुविधा उपलब्धता के लिए क्रमश: 87 और 86 प्रतिशत नंबर दिए गए हैं। स्वास्थ्य प्रबंधक जावेद मंजूरी ने कहा कि दिल्ली में सम्मानित किया जाएगा, तिथि निर्धारित नहीं की गई है।