कोसी क्षेत्र से रुकेगा युवाओं का पलायन, बाजार मांग के अनुरूप कौशल विकास का मिलेगा प्रशिक्षण
कोसी क्षेत्र के युवा अब रोजगार के लिए अन्यत्र पलायन नहीं करेंगे। उन्हें बाजार मांग के अनुरूप कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। ताकि वे खुद रोजगार पैदा कर सकें। सरकार ने यह योजना सात निश्चिय फेज-2 में बनाई है।
सहरसा, [कुंदन कुमार]। सात निश्चय- 2 के युवाशक्ति- बिहार की प्रगति कार्यक्रम के तहत सरकार ने रोजगार का अवसर विकसित करने के हर जिले में युवाओं को बाजार के अनुसार मुफ्त लोकप्रिय कौशल प्रशिक्षण देने की रणनीति बनाया है। इसके तहत वैसे युवा जो पॉलिटेक्निक व आईटीआई में अध्ययनरत नहीं हैं, परंतु कौशल प्रशिक्षण की इच्छा रखते हैं। ऐसे युवाओं को जिलास्तर पर मुफ्त रोजगारन्मुखी कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा। इससे रोजगार की खोज में देश के विभिन्न प्रांतों में भटक रहे कोसी क्षेत्र के युवाओं को काफी फायदा होगा। आनेवाले दिनों में युवाओं का पलायन भी रुकेगा।
प्रशिक्षण हेतु जिलास्तर पर खुलेगा स्किल सेंटर
युवाओं में कौशल विकसित करने के लिए हर जिले में मेगा स्किल सेंटर खोला जाएगा। इस केंद्र में रुचि के अनुसार युवाओं को बुजुर्गों एवं मरीजों के केयर गीभर, ब्यूटी एंड वेलनेस प्रशिक्षण, रेफ्रिजरेटर, एयरकंडीशङ्क्षनग, सोलर पैनल मैकेनिक, एपरल मैङ्क्षकग आदि के लिए अल्पावधि में प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिसकी बाजार में काफी मांग है। इससे दूसरे जगह में भटकने वाले युवाओं के स्थानीय स्तर पर बेहतरीन रोजगार मिल सकेगा। इसके लिए ग्रामीण स्तर पर छात्रों व बेरोजगारों का डेटा भी तैयार किया जाएगा।
प्रमंडल मुख्यालय में खुलेगा टूल रूम
स्किल डेवलमेंट तथा उद्यमिता पर विशेष बल देने के लिए स्किल डेवलमेंट एवं उद्यमिता विभाग का गठन होगा। इसमें औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों आईटीआई, पॉलिटेक्निक को समाहित किया जाएगा। उद्यमिता संस्कृति का विकास करने के लिए छात्रों के कोर्स में भी इसे शामिल किया जाएगा। इसके माध्यम से युवाओं को स्वयं उद्यमी बनने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा, ताकि सरकारी क्षेत्र के अलावा गैर सरकारी क्षेत्र में भी रोजगार का अवसर बढ़ सके।
क्या कहते हैं डीआरसीसी के प्रबंधक
डीआरसीसी के प्रबंधक संजय कुमार सुमन ने कहा कि कोसी क्षेत्र के युवा दूसरे प्रदेश में भी अपने कौशल का लोहा मनवा रहे हैं। ऐसी स्थिति में स्थानीय स्तर पर कौशल प्रशिक्षण की व्यवस्था होने से रोजगार का नया अवसर पैदा होगा। इससे युवाओं का पलायन रुकेगा और क्षेत्र का भी विकास होगा।