जानिए कौन हैं जनार्दन झा? ट्रिपल आइटी भागलपुर ने इनके सम्मान में बदल दिया अपना नियम
इंजीनियरिंग के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए जनार्दन झा को ट्रिपल आइटी की ओर से विशेष सम्मान दिया जाएगा। उनकी याद में अगामी एमटेक और बीटेक की परीक्षा में हिंदी माध्यम में प्रश्न पूछे जाएंगे। साथ ही कहा गया कि...
जागरण संवाददाता, भागलपुर। इंजीनियरिंग के क्षेत्र में विशेषज्ञ के तौर पर जाने वाले स्व. जनार्दन झा के निधन से इनसे जुड़े लोगों में शोक की लहर है। वे ट्रिपल आइटी के निदेशक डा. अरविंद चौबे के सलाहकार थे। संस्थान की तरफ से भी डा. झा को श्रद्धांजलि अर्पित की है। उनकी याद में ट्रिपल आइटी आगामी बीटेक और एमटेक की परीक्षा में हिंदी माध्यम में भी प्रश्न पूछेगा। इसके लिए तैयारी कर ली गई है। ट्रिपल आइटी के पीआरओ डा. धीरज कुमार सिन्हा ने बताया कि हिंदी में प्रश्न पूछे जाने का आइडिया डा. झा सर का ही था। इस कारण इस बार इसका क्रियान्वयन होगा।
प्रत्येक पेपर में पूछे जाएंगे हिंदी में प्रश्न
डा. सिन्हा ने बताया कि दिसंबर माह में बीटेक के तीन अलग-अलग सत्रों की सेमेस्टर और एमटेक की परीक्षाएं शुरू होंगी। इस परीक्षा के प्रत्येक पेपर में इंजीनियरिंग का एक प्रश्न हिंदी माध्यम में होगा, जिसका जवाब छात्रों को हिंदी में देना होगा। हालांकि डा. सिन्हा ने बताया कि संस्थान में कई बच्चे दक्षिण भारत समेत हिंदी प्रदेशों के हैं। उनके लिए हिंदी के साथ अंग्रेजी माध्यम में भी वह प्रश्न पूछा जाएगा, जिससे उनकी परीक्षाओं पर किसी तरह का असर नहीं पड़े। उन्होंने कहा कि इसके लिए पूरी तैयारी कर ली गई है।
हिंदी माध्यम में नोट््स तैयार करने का फैकल्टी को मिला था टास्क
ट्रिपल आइटी में हिंदी सेल की स्थापना के बाद स्व. झा द्वारा वहां के सभी फैकल्टी को कई टास्क दिए गए थे, जो हिंदी सेल से जुड़े हुए थे। उन्होंने फैकल्टी से कहा था कि वे खुद भी सिलेबस से जुड़ी अंग्रेजी माध्यम की किताबों से हिंदी में भी नोट््स तैयार करें। वे अपने नोट््स को छात्रों के बीच दोनों माध्यमों में बांटे, जिससे छात्रों को सहूलियत होगी। इससे हिंदी सेल को मजबूती मिलेगी। उन्होंने छह माह में इसकी तैयारी करने को कहा था। डा. झा ने सुझाव दिया था कि हिंदी और अंग्रेजी सेक्शन को अलग-अलग बांटकर भी हिंदी सेल को मजबूत किया जा सकता था।
हिंदी में लिखी है इंजीनियरिंग की 10 किताबें
डा. जनार्दन झा का शुक्रवार की रात 86 वर्ष की उम्र में हाउसिंग बोर्ड स्थित आवास पर निधन हो गया था। उन्होंने इंजीनियरिंग की 10 किताबें हिंदी में लिखी हैं। इसके लिए उन्हें राष्ट्रपति ने सम्मानित भी किया था। वे ट्रिपल आइटी में हिंदी सेल के अध्यक्ष थे।
आज ट्रिपल आइटी में इलेक्ट्रिकल व्हीकल तकनीक पर चर्चा करेंगे अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक
जासं, भागलपुर : ट्रिपल आइटी भागलपुर में सोमवार को पांच दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम की शुरूआत होगी। छह से 10 दिसंबर तक आयोजित होने वाले प्रोग्राम का विषय 'फंडामेंटल्स आफ इलेक्ट्रिक व्हीकल टेक्नोलाजीÓ है। यह कार्यक्रम एआइसीटीई ट्रेनिंग एंड लर्निंग (अटल) एकेडमी द्वारा प्रायोजित है। इसका आयोजन मेकाट्रोनिक्स इंजीनियङ्क्षरग विभाग द्वारा किया जा रहा है। इसके समन्वयक डा. गौरव कुमार और सह समन्वयक डा. पूर्णेन्दु मंडल हैं। पीआरओ डा. धीरज कुमार सिन्हा ने बताया कि इस प्रोग्राम में देश के कई आइआइटी, एनआइटी और विदेशों के वक्ता संबंधित विषय पर अपनी बातें रखेंगे। कार्यक्रम के संरक्षक निदेशक प्रो. अरङ्क्षवद चौबे हैं। संयोजक डा. अभिनव गौतम और डा. तमेश्वर नाथ हैं।