Kishanganj : अफसर हो तो ऐसा... इनकी ईमानदारी के आप भी हो जाएंगे दीवाने...
Kishanganj news किशनगंज रेलवे स्टेशन पर तैनात इस आरपीएफ अफसर और उनकी टीम की ईमानदारी के बारे में जान कर आप भी दीवाने हो जाएंगे। इनके पास जो भी शिकायतें आती हैं वे तुरंत अपनी टीम के साथ उसके समाधान में लग जाते हैं।
संवाद सहयोगी, किशनगंज। सरकारी अधिकारियों के बारे में आप भले ही नकारात्मक विचार रखते हो पर सारे अफसर एक जैसे नहीं होते हैं। किशनगंज में तैनात एक ऐसे भी अफसर हैं जिनकी ईमानदारी की कहानी जान कर आप भी उनके दीवाने हो जाएंगे। लोगों की शिकायत मिलते ही यह अफसर अपनी टीम के साथ बिना कुछ सोचे कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ जाते हैं। उनकी इस कार्यशैली के आज हर कोई दीवाने हैं। शुक्रवार को भी कुछ ऐसा ही हुआ।
बंगाल के दार्जिलिंग जिले के विधाननगर थाना क्षेत्र स्थित कालाचंदगच्छ गांव निवासी मो.साहिल पिता मो.सैइदुल पंजाब में रोजगार करता था। छुट्टियों में घर वापस आने के लिए वह 04654 अप अमृतसर एनजेपी हमसफर एक्सप्रेस में सफर कर रहा था। उसे उम्मीद थी कि ट्रेन किशनगंज में रूकेगी और किशनगंज उतर कर वह घर चला जाऐगा। इसी उम्मीद से उसने हटवार के निकट अपने सामान को गेट के पास लाकर रख दिया। लेकिन ट्रेन के हिचकोले खाने के कारण उसका कीमती सामान भरा बैग ट्रेन से नीचे गिर गया। उसने फौरन ट््यूटर कंप्लेन दर्ज करा दी। कंट्रोल रूम से घटना की जानकारी दिये जाने के बाद स्थानीय आरपीएफ भी हरकत में आ गई। एस आई आरके शर्मा और एएसआई डी रॉय गुरुवार देर रात पैदल ही बैग की तलाश में निकल पड़े। टॉर्च की रौशनी में रेलवे लाइन किनारे बैग की तलाश की जाने लगी। आखिरकार चार किलोमीटर दूर किलोमीटर संख्या 91/2-3 के बीच आरपीएफ ने रेलवे लाइन किनारे से बैग सकुशल बरामद कर लिया और पीडि़त यात्री को जानकारी दी।
बैग बरामदगी की सूचना के बाद पीडि़त यात्री साहिल शुक्रवार सुबह आरपीएफ थाना पहुंचा। जहां जांचोपरांत आरपीएफ अधिकारी ने पीडि़त को उसका सामान सकुशल वापस कर दिया। आरपीएफ अधिकारी और उनकी टीम की इस पहल की हर ओर चर्चा हो रही है। लोगों ने बताया कि यह पहला मौका नहीं है, इससे पहले भी वह लोगों की इसी तरह मदद करते आए हैं। चाहे वह कोई भी हो।