बांग्लादेश सीमा पर प्रतिबंधित टोके छिपकली बरामद, अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कीमत लाखों में
किशनगंज बांग्लादेश सीमा पर बीएसएफ जवान ने एक टोके छिपकली बरामद किया है। टोके छिपकली की कीमत लाखों रुपये है। बरामद छिपकली को बीएसएफ ने वन विभाग के हवाले कर दिया। इसे नेपाल के रास्ते चीन भेजने की तैयारी की जा रही थी।
किशनगंज, जेएनएन। बांग्लादेश सीमा पर सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने प्रतिबंधित टोके छिपकली बरामद की है। बीएसएफ जवानों की कार्रवाई में बरामद छिपकली को बंगाल के वन विभाग के हवाले किया गया। बांग्लादेशी तस्करों की योजना टोके छिपकली को नेपाल के रास्ते चीन भेजने की थी। जिसे बांग्लादेश सीमा पर डिलीवरी से पूर्व जब्त कर लिया गया। बीएसएफ के अनुसार बरामद छिपकली की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजारों में लाखों में आंकी जाती है।
बीएसएफ ने की कार्रवाई
जानकारी के अनुसार भारत-बांग्लादेश सीमा स्थित गोविंदपुर बीओपी पर तैनात बीएसएफ 199 वीं बटालियन के जवानों ने एक टोके छिपकली बरामद की। बुधवार शाम को तारबंदी के समीप की गई कार्रवाई के दौरान तस्कर फरार हो गया। बीएसएफ डीआइजी राजीव रंजन शर्मा ने बताया कि गश्त लगा जवानों ने तारबंदी के समीप एक प्लास्टिक के बोरे को लावारिस अवस्था में पाया। संदेह के आधार पर जब बोरे की तलाशी ली गई तो उसमें टोके छिपकली पाया गया। बांग्लादेशी तस्करों की योजना छिपकली को भारतीय तस्करों को सौंपने की थी। जहां से इसे नेपाल के रास्ते चीन भेज जाना था। चीन में इसका इस्तेमाल यौन उत्तेजक दवाओं सहित अन्य बीमारियों में किया जाता है। लेकिन सीमा पर तैनात जवानों ने ससमय कार्रवाई कर इसे बरामद कर लिया। डीआइजी ने बताया कि बरामद टोके छिपकली को वन विभाग के हवाले कर घटना में शामिल तस्करों की तलाश की जा रही है।
बताते चलें कि पूर्व में भारत-नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी जवानों ने नॉर्थ ईस्ट के राज्यों यथा म्यांमार, भूटान आदि से तस्करी कर ले जाये जा रहे कई टोके छिपकली को बरामद किया था। हालांकि लगभग एक वर्ष बाद इलाके में टोके छिपकली की बरामदगी हुई है। वहीं बांग्लादेश सीमा पर पहली बार टोके छिपकली की बरामदगी के बाद बीएसएफ अधिकारियों के साथ खुफिया एजेंसियों के भी कान खड़े हो गए हैं। इससे पहले भी किशनगंज इलाके में टोके छिपकली बरामद की गई थी।
नार्थ ईस्ट के इलाके से हो रही तस्करी
टोके छिपकली नार्थ ईस्ट के राज्यों में पाया जाता है। सूत्रों के अनुसार नागालैंड, मणिपुर व असम के इलाके से तस्करी कर टोके छिपकली को नेपाल के रास्ते चीन, थाईलैंड आदि देशों में भेजा जाता है। सूत्र यह भी बताते हैं कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में एक टोके छिपकली की कीमत लाखों में आंकी जाती है। नेपाल में अंतरराष्ट्रीय तस्करों के हवाले पहुंचते ही इसकी कीमत मर्सिडीज और बीएमडब्ल्यू जैसी लग्जरी कारों के बराबर हो जाती है।