पॉलिटेक्निक कॉलेज में छात्रों ने किया प्रदर्शन, प्रोफेसर पर लगाए कई गंभीर आरोप
किशनगंज में पॉलिटेक्निक कॉलेज में जमकर प्रदर्शन किया। आरोपित प्रोफेसर की स्थानांतरण की मांग पर अड़े छात्र। एकेडमिक भवन के सामने छात्रों ने किया उग्र प्रदर्शन। प्रौद्योगिकी विभाग के निदेशक से दूरभाष पर बातचीत कर वस्तुस्थिति से अवगत कराया गया है।
जागरण संवाददाता, किशनगंज। चुरली हाट स्थित राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज में छात्रों के साथ मारपीट का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गुरुवार को छात्रों ने एकेडमिक भवन के समक्ष विरोध प्रदर्शन कॉलेज प्रबंधन के विरुद्ध नारेबाजी की। इस दौरान छात्रों ने कहा कि हमें गुंडा नहीं शिक्षक चाहिए। मारपीट करने के आरोपित प्रो. रविरंजन कुमार समेत अन्य शिक्षक को हटाने की मांग पर छात्र अड़े रहे। विरोध प्रदर्शन के दौरान मौके पर पहुंचे प्राचार्य ने छात्रों को शांत कराया और भरोसा दिलाया कि मामले को गंभीरता से ली जाएगी।
इस दौरान सिविल इंजीनियरिंग के सेमेस्टर-पांच के पीडि़त छात्र बिट्टू कुमार और इलेक्ट्रिकल के छात्र लक्ष्मण कुमार ने बताया कि सोमवार देर रात को जूनियर सेक्सन के दो गुटों में छात्रावास में झगड़ा हो गया था। शोर सुनने पर सीनियर छात्र वहां जुटे ही थे कि शिक्षक रवि रंजन कुमार, मेहराब अंसारी, अभिषेक कुमार, मुकेश कुमार और सुमित कुमार लाठी-डंडे से सीनियर छात्रों को पीटना शुरू कर दिया, जिसमें हमें भी चोटें आई। इस दौरान कुर्लिकोर्ट थाने की पुलिस भी पहुंचकर मामले को शांत कराया। घटना के आलोक में हमलोगों ने मंगलवार को शिक्षक रवि रंजन कुमार व अन्य चार के विरूद्ध मारपीट व अभद्र व्यवहार को लेकर कुर्लिकोर्ट थाना में आवेदन भी दिया। घटना के तीन दिन बीत जाने के बावजूद कार्रवाई नहीं की गई। इस वजह से पीडि़त छात्रों के साथ बड़ी संख्या में छात्र भड़क गए और प्रदर्शन पर उतारू हो गए।
82 छात्रों के द्वारा हस्ताक्षरित आवेदन प्राचार्य ई. चित्तरंजन कुमार को दी गई। छात्रों ने प्राचार्य से इलेक्ट्रिक ब्रांच के प्रोफेसर ई. रविरंजन कुमार व अन्य पर विभागीय कार्रवाई करते हुए राजकीय पॉलिटेक्निक किशनगंज से स्थानांतरण करने मांग की। पीडि़त छात्रों ने कहा कि ई. रवि रंजन कुमार जब से यहां आए हैं तब से उनका रवैया हम छात्रों के प्रति अमानवीय रहा है। छात्रों ने मारपीट की घटना का वीडियो शेयर करते हुए कहा कि हमलोगों के ऊपर रॉड से प्रहार करते हुए जान से मारने की धमकी दी गई। हमसभी छात्र अपने आप को असुरक्षित महसूस करते हैं। हमलोगों को ऐसा प्रतीत होता है कि इनके यहां रहने से हमलोगों का भविष्य खतरे में पड़ सकता है, इसलिए इनका यहां से स्थानांतरण ही एकमात्र समाधान है। इस संबंध में कुर्लिकोर्ट थानाध्यक्ष वेदानंद सिंह ने बताया कि उक्त मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पांच सदस्यीय कमेटी करेगी जांच : प्राचार्य
छात्रों द्वारा प्राप्त आवेदन के आलोक में विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के निदेशक से दूरभाष पर बातचीत कर वस्तुस्थिति से अवगत कराया गया है। निदेशक के मौखिक आदेश के आलोक में पॉलिटेक्निक के प्रोफेसर्स प्रो. विनोद कुमार, प्रो.उमेश कुमार, प्रो.रविकांत कुमार, प्रो.अरिंदम घोष व प्रो. सिकंदर कुमार की संयुक्त पांच सदस्यीय जांच टीम का गठन किया गया है। यह जांच कमेटी तीन दिनों के अंदर रिपोर्ट समर्पित करेंगे। जांच रिपोर्ट से निदेशालय को अवगत कराया जाएगा तथा निदेशालय से प्राप्त निदेश के आलोक में उचित विभागीय कार्रवाई की जाएगी। - ई. चित्तरंजन कुमार, प्राचार्य।