बिहार कृषि विवि में 18 फरवरी से किसान मेले का आगाज, ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि आधारित आय बढ़ाने पर होगा मंथन
बिहार कृषि विवि में किसान मेले का आगाज 18 फरवरी से होने जा रहा है। इस बार किसान मेले में किसान और विशेषज्ञ कृषि आधारित आय को बढ़ाने पर मंथन करेंगे। इसके लिए मेले में एक विशेष सत्र को भी...
संवाद सहयोगी, भागलपुर। बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर में 18 से 20 फरवरी तक तीन दिवसीय किसान मेले का आयोजन किया जाएगा। प्रसार शिक्षा निदेशक डा. आरके सोहाने ने बताया कि मेले का इस बार मुख्य फोकस ग्रामीण आजीविका में सुधार एवं सुरक्षा के लिए प्रौद्योगिकी पर होगा।
इसके तहत आजीविका को उन्नत बनाने की दिशा में विशेष पहल किया जाएगा। जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि आधारित आय का साधन बढ़ेगा। ठीक ढंग से इसकी मुकम्मल कार्ययोजना तैयार करने के लिए मेले में एक संगोष्ठी का आयोजन होगा, जिसमें विशेषज्ञ, विज्ञानी, विभिन्न राज्यों के प्रगतिशील किसान, संस्थाओं के प्रतिनिधि शामिल होंगे। संगोष्ठी से निकली बातों के आधार पर एक कार्य योजना तैयार किया जायेगा। ताकि कृषि क्षेत्र में प्रौद्योगिकी की हस्तक्षेप में विविधता लाकर ग्रामीण आजीविका सुरक्षा को और उन्नत बनाया जा सके।
कोरोनाकाल के दौरान देश के विभिन्न राज्यों से अपने गांव लौटे और प्रवासियों के सामने अस्थाई रूप से आजीविका की समस्या खड़ी हो गई है जो राज्य के लिए एक बड़ी समस्या बनती जा रही है। इसके समाधान की दिशा में समग्र प्रयास आवश्यक हो गया है। ऐसे मानव बल का बेहतर उपयोग उनके लिए आजीविका सुरक्षा से ही संभव है।
किसान मेला महत्वपूर्ण गतिविधि
बिहार मिट्टी और जल संसाधनों के प्राकृतिक धरोहर की रमणीय स्थली है। वातावरण के विभिन्न आयामों के कारण विविध प्रकार के कृषि उत्पादन की वृहत संभावनायें प्रस्तुत करता है। विश्वविद्यालय उसी कड़ी में किसानों के हितार्थ काम करता है।
किसान मेला बीएयू का एक महत्वपूर्ण वार्षिक गतिविधि है जो नवीनतम कृषि आधारित तकनीकी और शोध के विकास पर उत्पादन, उत्पादकता, आमदनी को बढ़ाने के लिए जागरूकता प्रदान करता है। साथ ही किसानों और विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया प्राप्त कर उसके अनुसार अनुसंधान करने की योजना बनाई जाती है।
मेले में होगा मुख्य प्रदर्शन
विश्वविद्यालय द्वारा विकसित किये गये नवीनतम तकनीकों का प्रदर्शन, विभिन्न प्रकार के बीजों और पौध सामग्री का प्रदर्शन और विपणन, किसानों के उत्पाद की प्रदर्शनी और बिक्री, बागवानी और पशुओं आदि की प्रदर्शनी लगाई जाएगी।
किसानों के सहयोग से किसानों द्वारा किसानों के लिए किसान मेला का आयोजन किया जाएगा। मेले से छनकर निकली विषयों पर ठोस कार्ययोजना तैयारी किया जाएगा जो किसानों के लिए लाभकारी होगा। -डा. अरूण कुमार कुलपति बीएयू सबौर