खरमास : आज से मांगलिक कार्यों पर ब्रेक, चार माह तक नहीं बजेंगी शहनाईयां, अप्रैल माह में विवाह का पहला शुभ मुहूर्त
16 दिसंबर से खरमास शुरू हो रहा है। इस वर्ष 11 दिसंबर को शादी का आखिरी शुभ दिन था। अब नए साल के अप्रैल माह में है विवाह का शुभ मुहूर्त होगा। खरमास के दौरान किसी भी प्रकार का शुभ कार्य नहीं किया जाता है।
जमुई, जेएनएन। सात फेरे लेने तथा शुभ कार्यों के लिए साल 2020 का आखिरी मुहूर्त समाप्त हो गया है। 16 दिसंबर को खरमास लगने के साथ मांगलिक कार्यों व विवाह पर प्रतिबंध लग जाएगा जो सीधे 22 अप्रैल को हटेगा। हालांकि, शादी को छोड़कर नामकरण और गृह प्रवेश समेत दूसरे मांगलिक कार्य 14 जनवरी के बाद कराए जा सकेंगे। ज्योतिषियों के मुताबिक 11 दिसंबर को शादी का आखिरी मुहूर्त था। वहीं 14 दिसंबर तक अन्य शुभ कार्यों के मुहूर्त था जिसके पश्चात सूर्य के धनु राशि में आने से खरमास शुरू हो जाएगा जो 14 जनवरी 2021 तक रहेगा। खरमास में विवाह आदि शुभ मुहूर्त नहीं होते हैं। इसके बाद 19 जनवरी को गुरु तारा अस्त हो जाएगा जो 16 फरवरी तक अस्त ही रहेगा। 16 फरवरी से 17 अप्रैल तक शुक्र ग्रह अस्त रहेगा। इस कारण 11 दिसंबर के बाद अगले चार महीने तक विवाह के लिए शुभ मुहूर्त पर रोक रहेगी। जानकारी के अनुसार 15 दिसंबर को रात 9:31 बजे सूर्य का धनु राशि में प्रवेश होने से धनुर्मास प्रारंभ हो जाएगा जो 14 जनवरी तक रहेगा। वहीं, 15 दिसंबर को सूर्य धनु राशि में आ जाएगा। 16 दिसंबर से मलमास शुरू हो जाएगा। यह 14 जनवरी तक रहेगा। खरमास के इस दौरान कोई मांगलिक कार्य नहीं हो सकेगा। धार्मिक मान्यता है कि खरमास और महत्वपूर्ण ग्रहों के अस्त रहते विवाह नहीं हो सकता। यही वजह है कि 16 दिसंबर से लेकर 22 अप्रैल तक विवाह पर प्रतिबंधित रहेगा।
2021 में विवाह के शुभ मुहूर्त
अप्रैल - 22, 24, 25, 26, 27 और 30 अप्रैल
मई- 2, 4, 7, 8, 21, 22, 23, 24, 26, 29 और 31मई
जून- 3, 4, 5, 6, 18, 19, 20, 24, 26, 27, 28 और 30 जून
जुलाई- 1, 2, 3, 6, 17, 18, 21, 22, 23, 25, 26, 28, 29, 30 और 31 जुलाई
अगस्त- 2, 3, 4, 11, 12, 13, 14, 17, 19, 20, 22, 24, 25, 30 और 31अगस्त
सितंबर- 1, 8, 9, 10, 14, 17 और 18 सितंबर
अक्तूबर-7, 8, 11, 12, 13, 14, 18, 19, 20, 21, 23, 24 और 25 अक्टूबर
नवंबर-1, 7, 8, 11, 12, 14, 20, 21, 22, 28, 29 और 30 नवंबर
दिसंबर-1, 6, 7, 8, 9, 11 और 13 दिसंबर