Khagaria News: भैया दूज पर पूजन के साथ बहनों ने की भाई के दीर्घायु होने की कामना
Khagaria Newsखगडिय़ा में भैया दूज को लेकर लोगों में उत्साह का माहौल था। बहनों ने अपने भाइयों को तिलक लगा भाई की हथेली का पूजन करते हुई भाई के लंबी उम्र की कामना की। विधान के अनुसार इस दिन बहनें यमराज की पूजा अर्चना करती है।
खगडिय़ा, जेएनएन। Khagaria News: कार्तिक शुक्ल पक्ष द्वितीया के अवसर पर भाई के लंबी आयु की कामना को लेकर मनाए जाने वाले भैया दूज पूजन को लेकर बहनों में काफी उत्साह दिखा। इस मौके पर बहनों ने श्रद्धा व भक्ति के साथ भगवान यमराज की पूजा अर्चना और व्रत कथा का श्रवण किया। वहीं बहनों ने अपने भाइयों को तिलक लगा भाई की हथेली का पूजन करते हुई भाई के लंबी उम्र की कामना की।
इस दिन बहनें यमराज की करतीं हैं विशेष पूजा अर्चना
विधान के अनुसार इस दिन बहनें यमराज की पूजा अर्चना करती है। जिस कारण भैया दूज को यम द्वितीया भी कहा जाता है। इस अवसर पर पूजन कर रही कोमल कुमारी, आकांक्षा कुमारी, साक्षी ङ्क्षसह, लवली ङ्क्षसह, संगीता कुमारी, प्रीति कुमारी, सरिता कुमारी, बेबी कुमारी, रजनी कुमारी, स्वीटी कुमारी, अंजली कुमारी आदि ने बताया कि पौराणिक कथा के अनुसार कार्तिक शुक्ल द्वितीया को अपनी बहन यमुना के घर अचानक भगवान यमराज जा पहुंचे।
पहले बहनों ने भाई का किया आदर सत्कार
बहन यमुना ने अपने सहोदर भाई का बड़ा आदर-सत्कार किया। विविध व्यंजन बनाकर उन्हें भोजन कराया तथा तिलक लगाकर हथेली पूजन किया। यमराज अपनी बहन से बहुत प्रसन्न हुए और उन्होंने यमुना को विविध भेंट समर्पित करते हुए बहन से मनोवांछित वर मांगने का अनुरोध किया। बहन यमुना ने उनके आग्रह को देखकर कहा- भैया आज के दिन प्रतिवर्ष आप मेरे यहां आया करेंगे और मेरा आतिथ्य स्वीकार किया करेंगे। तबसे बहनें इस दिन भैया दूज का पूजन करती आ रही है। व्रत कथा में भी इस प्रसंग का पूर्ण उल्लेख है। मान्यता है कि अक्षत (चावल) कुंकुमादि से अष्टदल कमल बनाकर इस व्रत का संकल्प कर मृत्यु के देवता यमराज की विधि पूर्वक पूजा करने से भाई के दीर्घ जीवन, कल्याण एवं उत्कर्ष तथा स्वयं के सौभाग्य प्राप्ति होती है। पूजन को लेकर बहनें काफी उत्साहित दिखी।