खगड़िया- कुशेश्वरस्थान रेल परियोजना : ट्रायल ट्रेन चलने के बाद भूल गए हाकिम, राह देख रहे किसान
खगड़िया- कुशेश्वरस्थान रेल परियोजना पांच मई को खगड़िया से अलौली तक ट्रायल के तहत ट्रेन दौड़ी थी। अलौली रैक प्वाइंट पर हो रहा है मालगाड़ी लगने का इंतजार। किसानों को इस मार्ग से रेल परिचालन का काफी इंंतजार है।
चंदन चौहान, खगड़िया। महत्वाकांक्षी खगड़िया- कुशेश्वरस्थान रेल परियोजना एक हसीन सपना बनकर रह गया है। बीते पांच मई को जब खगड़िया से अलौली तक ट्रायल के तहत ट्रेन(निरीक्षण वाहन) दौड़ी, तो फरकिया वासियों को लगा कि अब दिल्ली दूर नहीं है। उस समय खगड़िया से अलौली तक शीघ्र मालगाड़ी के परिचालन की बात रेलवे के अधिकारियों ने कही थी। लेकिन चार माह से अधिक बीत गए पटरी खाली है। इस मामले में विभागीय जानकारी मिली, कि, एक मालगाड़ी की मांग हुई है। जैसे ही एलाटमेंट होता है, पहली मालगाड़ी मक्का लेकर अलौली गढ़ से निकलेगी। जल्द ही अलौली रैक प्वाइंट से पहली मालगाड़ी खुलेगी।
अलौली गढ़ से आगे कार्य बाधित, नदियों का जलस्तर अधिक रहने से मिट्टी नहीं मिल रही है
जबकि अलौली गढ़ से कुशेश्वर स्थान तक अभी निर्माण कार्य बाधित है। नदियों का जल स्तर अधिक होने के कारण मिट्टी नहीं मिल रही है। जैसे ही जल स्तर नीचे आएगा, आगे का कार्य आरंभ किया जाएगा। इस मार्ग में कोसी, करेह, कमला और बागमती जैसी नदियां पड़ती हैं। अलौलीगढ़ से आगे का कार्य कई कारणों से बाधित है। जिसमें आगे के मार्ग का सर्वे कार्य पूर्ण नहीं होना भी मुख्य वजह है। वहीं जमीन अधिग्रहण के लिए जमीन मालिक को अभी पैसा नहीं दिया गया है।
अब तक मात्र 19 किलोमीटर बिछी है पटरी
बता दें कि बीते 19 वर्षों के बाद भी खगड़िया- कुशेश्वर स्थान रेल परियोजना पूरी नहीं हो सकी है। खगड़िया से कुशेश्वर स्थान के बीच इन 19 वर्षों में मात्र 19 किलोमीटर खगड़िया से अलौली गढ़ तक रेल की पटरी बिछाने और उसके मेंटेनेंस का काम पूरा किया जा सका है। खगड़िया- कुशेश्वर स्थान रेल परियोजना 44 किलोमीटर की है। जो 162.87 करोड़ रुपये की लागत से शुरू की गई थी। वर्तमान में परियोजना की अंतिम स्वीकृत लागत 614.45 करोड़ रुपये है।
अलौली-कुशेश्वर स्थान रेल परियोजना हमारे नेता स्मृति शेष रामविलास पासवान का सपना है। इस रेल परियोजना को पूर्ण करने को लेकर हर स्तर पर प्रयास जारी है। खगड़िया से अलौली तक मालगाड़ी चलाकर ट्रायल हुआ है। खगड़िया से अलौली ट्रेन परिचालन को लेकर प्रयास जारी है। - चौधरी महबूब अली कैसर, सांसद, खगड़िया लोकसभा क्षेत्र।
क्या-क्या होंगे फायदे
खगड़िया- कुशेश्वरस्थान रेल परियोजना पूरी होने पर लाखों लोगों को फायदा होगा। खगड़िया के अलौली प्रखंड और दरभंगा के कई प्रखंडों के मक्का किसानों को सीधे तौर पर फायदा पहुंचेगा। जल्द ही अलौलीगढ़ से पहली रैक लगने वाली है। जिसका डिमांड किया गया है। आवंटन होने के बाद पहली मालवाहक ट्रेन अलौलीगढ़ से खुलेगी। दोनों जिले के लोगों को आवागमन में सुविधा होगी। वर्तमान में खगड़िया से दरभंगा जाने के लिए करीब 200 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है, जो घटकर 70 किलोमीटर हो जाएगी।