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Katihar News: 25 लाख का पुल बन कर तैयार, चार साल बाद भी नहीं बन सका एप्रोच पथ, बाढ़ में डूब कर लोगों की हो जाती है मौत

कटिहार में भिमियाल पंचायत के सोनातोला गांव में चार साल पहले पुल बन कर तैयार है लेकिन अब तक एप्रोच पथ का निर्माण नहीं कराया जा सका है। इससे इसका इस्तेमाल नहीं हो रहा है। सबसे अधिक परेशानी बाढ़ के दौरान होती है।

By Abhishek KumarEdited By: Published: Sun, 28 Mar 2021 09:37 AM (IST)Updated: Sun, 28 Mar 2021 09:37 AM (IST)
Katihar News:  25 लाख का पुल बन कर तैयार, चार साल बाद भी नहीं बन सका एप्रोच पथ, बाढ़ में डूब कर लोगों की हो जाती है मौत
कटिहार में भिमियाल पंचायत का पुल। जागरण।

संवाद सूत्र बलरामपुर (कटिहार)। बलरामपुर प्रखंड अंतर्गत भिमियाल पंचायत के सोनातोला गांव में वर्षों पूर्व लाखों रुपए की लागत से निॢमत आरसीसी पुल महज शोभा की वस्तु साबित हो रही है। पंचायत के वार्ड संख्या चार में वर्षों पूर्व लगभग 25 लाख रुपए की लागत से पुल का निर्माण तो हो गया लेकिन एप्रोच पथ का निर्माण अब तक अधर में लटका हुआ है। ऐसे में विभागीय लापरवाही की वजह से लोगों को काफी परेशानी उठानी पङ रही है।

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पिछले साल बाढ़ में डूब गया था एक युवक

पिछले वर्ष आई बाढ़ में इसी जगह पर एक युवक की डूबने से मौत हो गई थी। अगर एप्रोच पथ बना होता तो ऐसी घटना नहीं घटती। एप्रोच पथ नहीं बनने के कारण ग्रामीण महज सौ मीटर की दूरी को दो से तीन किलोमीटर का सफऱ तय करके अपने गांव पहुचते हैं। अगर एप्रोच पथ का निर्माण हो जाए तो लोग गांव तक का सफर केवल दो मिनट में ही तय कर लेंगे। स्थानीय लोगों ने बताया कि विभागीय लापरवाही की वजह से लोग परेशान हैं। स्थानीय विधायक एवं सांसद से भी ग्रामीणों ने इस समस्या के निदान के लिए बार बार आग्रह किया है लेकिन इस पर किसी ने भी संज्ञान नहीं लिया।

वहीं जदयू जिला संयोजक रोशन अग्रवाल ने लोगों की परेशानी पर अफसोस जताते हुए कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए सरकार को पत्राचार किया जाएगा। स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि सोहनलाल मुर्मू, पूर्व मुखिया मु सनाउल्लाह, पंसस रसिक लाल टुडू, भाजपा नेता पंचानंद झा, वार्ड सदस्य तेतरी देवी सहित सहित दर्जनों लोगों ने जिलाधिकारी से इस समस्या का स्थायी समाधान करने की गुहार लगाई है। लोगों ने बताया कि इस संबंध में उन लोगों ने कई बार शिकायत भी की है, लेकिन इस ओर कोई ध्यान देने को तैयार नहीं है। इससे गांव के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।  


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