kathir : गोरखनाथ धाम मेले को राजकीय दर्जा देने की उठने लगी मांग, DY CM से मिला शिष्टमंडल
कटिहार के गोरखनाथ धाम मेले को राजकीय दर्जा देने की मांग उठने लगी है। इसके लिए शिष्टमंडल ने डिप्टी सीएम से मुलाकात की। मंदिर समिति के सक्रिय सदस्य अक्षय सिंह ने कहा कि मांग पत्र पर उपमुख्यमंत्री ने जल्द सकारात्मक पहल की बात कही।
कटिहार, जेएनएन। गोरखनाथ धाम में श्रावण पूर्णिमा व शिव चतुर्दशी को आयोजित होने वाले मेले को राजकीय मेले का दर्जा दिलाने की मांग को लेकर मंदिर समिति के सदस्यों ने बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकेश्वर प्रसाद से भेंट की। उपमुख्यमंत्री को समिति सदस्यों ने इस बाबत मांग पत्र भी सौंपा। श्रावण पूर्णिमा में भारत के विभिन्न क्षेत्र के अलावा नेपाल व भूटान से भी काफी संख्या में शिवभक्त यहां आते है।
समिति सदस्यों ने डिप्टी सीएम को कहा कि ऐसे में राजकीय मेले का दर्जा मिल जाने से यहां कई सुविधाएं आगंतुकों को मिलेगी। इस दौरान गोरखपुर धाम को शिव सर्किट से जोडऩे तथा मंदिर के सौंदर्यीकरण से संबंधित कई मांगें भी उनके समक्ष रखी। मंदिर परिसर में चार दिवारी का कार्य एवं स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था,परिसर में शिवगंगा तालाब का सौंदर्यीकरण, सामुदायिक शौचालय, नारायणपुर चौक व गोरखपुर मोड़ पर भव्य गेट तथा मंदिर परिसर में धर्मशाला व विवाह भवन के निर्माण की मांग उपमुख्यमंत्री से की गई।
मनिहारी से गोरखपुर तक कांवरियां पथ निर्माण की मांग
मंदिर समिति के सचिव पिंटू यादव ने बताया कि हर वर्ष सावन में लाखों कांवरिया मनिहारी स्थित गंगा से जलभर बाबा गोरखनाथ धाम में जलार्पण करते हैं। इसके अलावा शिवरात्रि में भी हजारों की संख्या में शिव भक्त पैदल यात्रा कर मनिहारी से गोरखनाथ के श्वेत शिवलिंग की पूजा अर्चना करने पहुंचते हैं। मनिहारी से गोरखपुर 55 किलोमीटर के सफर में कांवरियों को काफी कष्ट का सामना करना पड़ता है। ऐसे में कांवरिया पथ बन जाने से कांवरियों के कष्ट का निवारण हो जाएगा।इसके अतिरिक्त नारायणपुर से गोरखपुर तक पक्की सड़क का चौड़ीकरण व नारायणपुर पीडब्ल्यूडी सड़क से मुकुरिया स्टेशन तक सड़क निर्माण की मांग की गई है।
समिति सदस्यों को उपमुख्यमंत्री किया आश्वश्त
मंदिर समिति के सक्रिय सदस्य अक्षय सिंह ने कहा कि मांग पत्र पर उपमुख्यमंत्री ने जल्द सकारात्मक पहल की बात कही। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने स्वयं गोरखपुर मंदिर को शिव सर्किट से जोडऩे की घोषणा की थी। अब तक घोषणा पर अमल नहीं होने की बात भी उपमुख्यमंत्री को बताई गई है। इस दौरान गोरखपुर मुखिया रामचंद्र शर्मा, अमित अग्रवाल, प्रदीप शर्मा, सन्नी यादव, पृथ्वी राज सिंह, पंचदेव यादव आदि भी मौजूद थे।