कामेश्वर पांडेय हत्याकांड : हत्यारोपित के लिए लोदीपुर में छापेमारी, नहीं पकड़ा गया है गब्बर
अधिवक्ता कामेश्वर पांडेय और उनकी नौकराणी रेणु झा की हत्या पांच मार्च 2020 को उनके घर में की गई थी। किराएदार गोपाल भारती समेत अन्य अज्ञात पर केस प्राथमिकी दर्ज की गई है।
भागलपुर, जेएनएन। बिहार बार काउंसिल के उपाध्यक्ष कामेश्वर पांडेय और उनकी नौकरानी रेणु झा की हत्या मामले में एक आरोपित अब तक फरार है। लोदीपुर इलाका के लालूचक भट़टा निवासी गब्बर पासवान नहीं पकड़ा गया है। बुधवार की शाम सूचना मिली कि गब्बर लोदीपुर में अपने ससुराल आया हुआ है। इस सूचना पर बाइपास थानेदार मिथिलेश कुमार, तिलकामांझी पुलिस और लोदीपुर पुलिस ने संयुक्त छापेमारी की। लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही उसे भनक लग गई थी। इस कारण वह भागने में सफल रहा। चार माह से पुलिस उसे ढूंढ रही है। लेकिन उसका लोकेशन ट्रैक नहीं हो पाया है।
घर में मिला था शव
छह मार्च की सुबह कामेश्वर पांडेय का शव तिलकामांझी के नवाबबाग कॉलोनी स्थित उनके आवास के कमरे में मिला था। जब ड्राइवर उन्हें ऑफिस जाने के लिए बुलाने को आया तो कमरा खुला देखा। अंदर जाने पर उनके बेड पर शव पड़ा हुआ था। घटना की जानकारी मिलने पर सभी वरीय पदाधिकारी उनके घर पहुंचे। जांच शुरू हुई तो तिलकामांझी के सिपाही रंजन कुमार ने सीढ़ी पर खून का निशान देखा। जब निशान देखकर वह ग्राउंड फ्लोर पर रखे ड्राम तक पहुंचा। उसमें नौकरानी रेणु झा का शव था। इस दोहरे हत्याकांड ने शहर में खलबली मचा दी थी। हत्यारे उनकी कार को भी साथ ले गए थे।
किशनगंज से बरामद हुई थी कार
घटना में शामिल मुख्य सकरूल्लाहचक निवासी रविश कुमार को पुलिस ने पहले गिरफ्तार किया। इसकी निशानदेही पर पुलिस ने किशनगंज से अधिवक्ता की कार बरामद की। इसके बाद लगातार छापेमारी करने के दौरान जानकारी मिली कि मुख्य आरोपित सपा नेता गोपाल भारती और भीखनपुर का राजकुमार सिंह उर्फ राज कोलकाता भागने की तैयारी में है। इस सूचना पर एसएसपी आशीष भारती ने अपनी टीम को सक्रिय कर दिया। दोनों पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के बोलपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो पर ट्रेन का इंतजार कर रहे। इसी दौरान सैतिया रेल थाने की पुलिस राज कुमार सिंह को पकड़कर ले गई। गोपाल प्लेटफार्म पर बैठा रहा। थोड़ी देर में पुलिस ने टीम वहां पहुंची ओर उसे भी गिरफ्तार कर लिया।