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Kali Puja 2021: गंगा में प्रतिमा विसर्जन पर रोक, कृत्रिम तालाब में विसर्जित होंगी भागलपुर शहर की सभी 78 प्रतिमाएं

भागलपुर में काली पूजा को लेकर उत्‍साह का माहौल है। इस बार शहर के 78 स्‍थानों पर मां काली की प्रतिमा स्‍थापित की जाएगी। सभी प्रतिमाओं को कृत्रिम तालाब में विसर्जित किया जाएगा। गंगा में प्रतिमा विसर्जन पर रोक है।

By Abhishek KumarEdited By: Published: Wed, 03 Nov 2021 10:00 AM (IST)Updated: Wed, 03 Nov 2021 10:00 AM (IST)
Kali Puja 2021: गंगा में प्रतिमा विसर्जन पर रोक, कृत्रिम तालाब में विसर्जित होंगी भागलपुर शहर की सभी 78 प्रतिमाएं
भागलपुर में काली पूजा को लेकर उत्‍साह का माहौल है।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। मायागंज के मुसहरी घाट पर काली प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए पिछले छह दिनों से नगर निगम दो कृत्रिम तालाबों का निर्माण करा रहा है। इन तालाबों में ही शहर की 78 काली प्रतिमाओं का विसर्जन होगा। पूजा सामग्री के विसर्जन के लिए भी श्रद्धालु कृत्रिम तालाब का उपयोग कर सकेंगे। मुसहरी घाट, बूढ़ानाथ घाट व बरारी पुल घाट में जमा पानी निकाला गया है।

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तालाब में भरा जाएगा गंगा का जल 

बुधवार को इन तालाबों में गंगाजल का भंडारण किया जाएगा। नगर निगम ने चार नवंबर तक कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा है। घाट किनारे एक जेसीबी से 10 फीट गहरे तालाब की खोदाई की जा रही है। बरारी पुल घाट और बूढ़ानाथ घाट पर पूजन सामग्री और गणेश लक्ष्मी की प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए 25 फीट लंबा और 15 फीट चौड़ा तालाब बनाया गया है। गंगा में प्रतिमा विसर्जन पर पूरी तरह से रोक रहेगी। नियम तोडऩे वालों से जुर्माना वसूला जाएगा।

-दो कृत्रिम तालाबों में 78 काली प्रतिमाओं का होगा विसर्जन

-तालाबों से निकाला गया जमा पानी, आज पंप सेट से भरा जाएगा गंगाजल

-गंगा में प्रतिमा विसर्जन पर रहेगी रोक, नियम तोडऩे पर लगेगा जुर्माना

तालाब के चारों ओर कूड़े के अंबार

्रबूढ़ानाथ घाट किनारे नगर निगम ने पहले कूड़ा गिरा दिया। अब उसी जगह पर विसर्जन तालाब बनाया जा रहा है। तालाब के चारों ओर कूड़े के अंबार लगा है, जिसे मिट्टी से ढक दिया गया। कुछ कूड़े को जलाया जा रहा है। लेकिन इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जबकि इससे स्थानीय लोगों को काफी परेशानी हो रही है।

चंपा नदी में प्रतिमा विसर्जन की कार्ययोजना

चंपा नदी में प्रतिमा विसर्जन के लिए कृत्रिम तालाब नहीं बनाया गया है। सीधे नदी में प्रतिमा विसर्जित करने की कार्य योजना तैयार की गई है। नाथनगर की 43 प्रतिमाओं का विसर्जन चंपा नदी के विभिन्न घाटों पर ही होगा। 


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