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50 मीटर तक बह गया एनटीपीसी के बिजली का तटबंध, स्पिल वे भी धंसा, बिजली उत्‍पादन ठप

भागलपुर के कहलगांव एनटीपीसी में बिजली उत्‍पादन ठप हो गया। 50 मीटर बिजली तटबंध के टूट जाने से कार्य रूक गया है। स्पिल वे के भी धंसने की सूचना है। इससे किसानों को काफी परेशानी हुई। फसल बर्बाद हो गया। खेत डूब गए।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Published: Sat, 07 Nov 2020 01:51 PM (IST)Updated: Sat, 07 Nov 2020 01:51 PM (IST)
50 मीटर तक बह गया एनटीपीसी के बिजली का तटबंध, स्पिल वे भी धंसा, बिजली उत्‍पादन ठप
एनटीपीसी कहलगांव का टूटा तटबंध। खेतों में पहुंचा पानी।

भागलपुर, जेएनएन। एनटीपीसी लि के कहलगांव बिजलीघर का नवनिॢमत ऐश डाइक 3डी का लगभग पचास मीटर तटबंध शनिवार के अहले सुबह लगभग पौने छह बजे बह गया। साथ ही वहां बना स्पिल वे भी पानी के तेज बहाव में धंस गया। अभी सभी इकाइयों से निकलने वाली राख को इसकी डाइक में डाला जा रहा था। इस डाइक से राख मिश्रित पानी ओवरफ्लो लगून होते हुए ऐश डाइक के पूरब और दक्षिण के सैकड़ों एकड़ किसानों द्वारा रबी की बुआई की जा चुकी खेतों में पहुंच गया। इससे बोई हुई फसल की बर्बादी देख सैकड़ों की संख्या में किसान ऐश डाइक पर जुट कर एनटीपीसी प्रबंधन को कोस रहे थे।

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किसानों का कहना है कि 3डी ऐश डाइक के निर्माण में घोर अनियमितता बरती गई है। पूरा तटबंध सिर्फ राख से बना दिया गया है। बालू, मिट्टी नाम मात्र की डाली गई है। कंपेक्शन में भी चोरी हुई है। इस क्रम ऐश डाइक के निरीक्षण करने आए जीएम ऐश डाइक और कार्यकारी निदेशक कहलगांव चंदन चक्रवर्ती को भी किसानों का कोपभाजन बनना पड़ा।

इस घटना के कारण प्रबंधन द्वारा बिजलीघर की चार इकाइयों को बंद किए जाने की सूचना है। एक इकाई ओवरहालिंग के लिए पहले से बंद है, यानी 2340 मेगावाट की स्थापित क्षमता वाले इस बिजलीघर से फिलवक्त 420 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। प्रबंधन ने बताया कि किसानों को हुए नुकसान का अविलंब आकलन कर मुआवजा दिया जाएगा।

ऐसी दुर्घटना से बिजलीघर पर दोहरी मार पड़ती है। एक तो ध्वस्त तटबंध की मरम्मत दूसरा उत्पादन का नुकसान। वहीं इस घटना के बाद किसी हंगामे से बचने के लिए बड़ी संख्या में सीआइएसएफ बल को तैनात किया गया है। साथ ही एनटीपीसी थाना की पुलिस भी स्थल पर मौजूद है। इसी वर्ष 6 अगस्त को ऐश डाइक का लगून टू का तटबंध भी टूटा था, जिसकी पूरी मरम्मत आज तक नहीं हो पाई है।


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