JLNMCH : किट नहीं आया तो बंद हो जाएगी कोरोना की जांच
भागलपुर सहित आसपास के जिलों के लोगों की कोरोना जेएलएनएमसीएच में की जाती हैं लेकिन किट के अभाव में बीच-बीच में जांच यहां बंद हो जाती है। एक बार फिर किट समाप्त होने के कगार पर है।
भागलपुर, जेएनएन। जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय एंड अस्पताल में कोरोना की जांच सवा महीने से हो रही है। दो सप्ताह पहले अस्पताल को दो हजार किट उपलब्ध कराए गए थे। हर दिन 70 से 80 जांच अस्पताल में हो रहे। इस वजह से अस्पताल में चार सौ के करीब किट बचे हुए हैं। यदि संदिग्धों की संख्या बढ़ी तो बचे किट तीन से चार दिन ही जांच हो सकती है। दरअसल, भागलपुर में सीमांचल, कोसी, भागलपुर प्रमंडल से कोरोना संदिग्धों के सैंपल की जांच भागलपुर में हो रहा है।
तीन दिनों में 170 जांच
भागलपुर ऑरेंज जोन में है। यहां हर दिन दर्जनों लोगों की जांच होती है। पिछले तीन दिनों में पौने दो सौ करीब सैंपल की जांच हुई है। जेएलएनएमसीएच में कोरोना जांच लैब खुलने से काफी राहत मिली है। अब जांच रिपोर्ट के लिए दो से तीन दिनों तक आश्रित रहना नहीं पड़ रहा है। चंद घंटे में जांच रिपोर्ट आ जा रही है। इससे आइसोलेशन वार्ड के चिकित्सकों को इलाज करने में दिक्कतें नहीं हो रही है। कोरोना जांच के लिए कम से कम रिजर्व में एक हजार किट होनी चाहिए। कोरोना की जांच में लगे चिकित्सकों का कहना है कि किट रहने से किसी पर आश्रित नहीं रहना पड़ेगा।
मुख्य बातें
-जेएलएनएमसीएच में भागलपुर के अलावा दूसरों जिलों के सैंपल की होती है जांच
-हर दिन 70 से 80 जांच अस्पताल में हो रहे