शराब के नशे में थे सत्ताधारी दल के प्रदेश नेता, पुलिस पहुंची तो दिखाई दादागिरी
एक ओर बिहार में शराबबंदी है। वहीं दूसरी ओर सत्ताधारी दल के एक बड़े नेता ही शराब के नशे मं पाए थे। इसी दल ने यहां शराब पर पूरी प्रतिबंध लगाया है।
भागलपुर, जेएनएन। बिहार के सत्ताधारी दल के एक प्रदेश नेता शराब के नशे में थे। पुलिस जब उनतक पहुंची तो वे सत्ता का घौंस दिखाने लगे। हालांकि पुलिस किसी दूसरे मामले में उनसे पूछताछ करने गई थी। यहां बता दें कि बिहार में पूरी तरह शराबबंदी है।
यहां बता दें कि बबरगंज इलाके के महेशपुर से पुलिस ने शराब के नशे में दुर्गेश साह को गिरफ्तार किया है। वह प्रदेश युवा जदयू का सचिव है। उसके खिलाफ बबरगंज इलाके में मारपीट और एससी-एसटी एक्ट में केस दर्ज कराया गया था।
पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए देर रात छापेमारी की। वह गिरफ्त में आने के बाद अपनी नेतागिरी झाड़ते हुए पुलिस का विरोध करने लगा, लेकिन पुलिस की सख्ती के सामने उसकी एक ना चली। पुलिस ने उसकी जांच मोजाहिदपुर थाने में ब्रेथ एनालाइजर से कराई। जिसमें शराब पीने की पुष्टि हुई है।
नगर निगम के पंप ऑपरेटर पंकज कुमार ने बबरगंज पुलिस चौकी में दुर्गेश के विरुद्ध मारपीट और एससी-एसटी कहकर प्रताडि़त करने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया था। पंकज ने आरोप लगाया था कि 22 अप्रैल को दुर्गेश उसके पंप पर आया और ज्यादा देर तक पानी चलाने को कहा। इसके अलावा वह पंप की चाबी भी मांगने लगा। चाबी नहीं देने पर दुर्गेश ने जाति सूचक गाली देते हुए मारपीट की और धमकी दी। इस मामले में पुलिस की जांच में भी मामला सत्य पाया गया था। दुर्गेश ने भी अमरनाथ पाल समेत सात लोगों के विरुद्ध मारपीट का केस दर्ज कराया था। जदयू प्रवक्ता राकेश ओझा ने बताया कि आरोपित थाना के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
एसएसपी आशीष भारती के निर्देश पर शराब तस्करों और शराबियों के विरुद्ध विशेष अभियान चल रहा है। रात को भी अलग-अलग जगहों पर चेकिंग लगाई जाती है। जिसमें लॉक डाउन के दौरान भी दर्जनों शराब के नशे में लोग गिरफ्तार हुए हैं।बबरगंज और मोजाहिदपुर इलाके को कंटेनमेंट जोन बनाया गय था, इसलिए इलाके में विशेष चौकसी बरती जा रही थी। हालांकि इलाके को कॉन्टेन्टमेंट जोन से हटा दिया गया है। लेकिन जगह-जगह पुलिस की तैनाती की गई है।