Banka LS Seat : 2014 में चार विधानसभा हार कर भी जीत गये थे राजद के जयप्रकाश
वर्ष 2014 में राजद प्रत्याशी को अमरपुर बांका सुल्तानगंज और धोरैया में हार मिली थी। लेकिन बेलहर और कटोरिया विधानसभा ने उनके जीत की राह को आसान बना दिया था।
भागलपुर/बांका [राहुल कुमार]। 17वीं लोकसभा गठन के लिए बांका संसदीय सीट पर मतदान संपन्न हो गया है। मतों की गिनती 23 मई को होनी है। तबतक रिजल्ट के लिए लोगों को बस काल्पनिक आंकड़ों पर ही माथापच्ची करनी होगी। हम पिछले यानी 16वीं लोकसभा चुनाव की मतगणना पर गौर करें तो तब राजद प्रत्याशी जयप्रकाश नारायण यादव चार विधानसभा क्षेत्र में हार कर भी लोकसभा चुनाव जीत गए थे।
वर्ष 2014 में राजद प्रत्याशी को अमरपुर, बांका, सुल्तानगंज और धोरैया में हार मिली थी। लेकिन, बेलहर और कटोरिया विधानसभा ने उनके जीत की राह को आसान बना दिया था। बेलहर में भाजपा प्रत्याशी तीसरे स्थान पर चले गए थे। राजद ने भाजपा पर 12 हजार मतों की बढ़त ली थी। इसी तरह कटोरिया विधानसभा में भी राजद ने भाजपा प्रत्याशी पर दस हजार की बढ़त ली थी।
दो विधानसभा क्षेत्र में 22 हजार मतों की बढ़त, भाजपा प्रत्याशी पुतुल कुमारी के अमरपुर, बांका और सुल्तानगंज की बढ़त पर भारी पड़ गई। भाजपा प्रत्याशी ने अमरपुर में राजद पर 11 हजार, बांका में राजद पर पांच हजार तथा सुल्तानगंज में दो हजार मतों की बढ़त बनाई थी। सीपीआइ और जदयू गठबंधन के प्रत्याशी संजय कुमार को केवल धोरैया में बंपर बढ़त मिली थी। सीपीआइ प्रत्याशी संजय कुमार ने राजद प्रत्याशी पर 21 हजार मतों की बढ़त बनाई थी। इस विधानसभा में भाजपा प्रत्याशी पुतुल को केवल 36 हजार मत मिले थे। वे तीसरे स्थान पर थीं।
जयप्रकाश को अबकी भी बेलहर और कटोरिया से उम्मीद
राजद प्रत्याशी जयप्रकाश नारायण यादव की जीत इस बार भी काफी हद तक बेलहर और कटोरिया के रिजल्ट पर निर्भर करेगा। अगर वे इस दो विधानसभा क्षेत्र में पूर्व की तरह अपनी बढ़त बरकरार रखने में सफल हुए, तो जीत उनके करीब होगी। 2014 के चुनाव में उन्हें बेलहर विधानसभा में 53 हजार मत मिले थे। साथ ही भाजपा पर 12 हजार की बढ़त थी।
बेलहर का फुल्लीडुमर उनके कुनबाई वोटरों का गढ़ माना जाता है। जदयू प्रत्याशी गिरिधारी यादव अबकी भी इसमें अधिक क्षति पहुंचाने में सफल नहीं हो सके हैं। बेलहर प्रखंड में तीनों प्रत्याशी को मिलाजुला मत मिलता रहा है। हां, बेलहर विधानसभा के चांदन प्रखंड में जदयू प्रत्याशी गिरिधारी यादव ने अबकी राजद प्रत्याशी के वोट बैंक में जरूर सेंध लगा दिया है। बेलहर की सेंधमारी ही इस लोकसभा में बांका का रिजल्ट बनाने और बिगाडऩे में कारगर होगा। इसी तरह कटोरिया में पिछली बार जदयू प्रत्याशी को सबसे कम केवल 21 हजार मत मिले थे। कटोरिया से मौजूदा प्रत्याशी गिरिधारी यादव पूर्व में विधायक रह चुके हैं। ऐसे में यह मत बढ़ेगा और राजद का वोट घटेगा। राजद अपना कितना वोट बचा पाता और इस पर जीत हार काफी हद तक निर्भर करेगा।