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उपेक्षा का दंश झेल रहा जानकीनगर बनमनखी रेलखंड, जानिए कारण

पूर्व मध्य रेलवे का जानकीनगर बनमनखी एवं मुरलीगंज रेलखंड इन दिनों घोर उपेक्षा का शिकार बना हुआ है। यहां यात्री सुविधा का घोर अभाव है। अब यहां के लोग रेल विभाग की उदासीनता पर सवाल खड़ा करने लगे हैं। यहां की नारकीय स्थिति अब बर्दाश्‍त नहीं हो रहा है।

By Amrendra TiwariEdited By: Published: Sun, 06 Dec 2020 10:30 PM (IST)Updated: Sun, 06 Dec 2020 10:30 PM (IST)
उपेक्षा का दंश झेल रहा जानकीनगर बनमनखी रेलखंड, जानिए कारण
समस्‍याओं से जूझ रहा जानकीनगर बनमनखी रेलखंड

पूर्णिया, जेएनएन। पूर्व मध्य रेलवे का जानकीनगर बनमनखी एवं मुरलीगंज रेलखंड इन दिनों घोर उपेक्षा का शिकार बना हुआ है।यूं कहें कि रेलखंड का यह क्षेत्र टापू बना हुआ है,तो इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। स्टेशनों पर छायी वीरानगी की स्थिति को देखकर लोगों ने अपनी जुबानें खोलनी शुरू कर दीं हैं।इस रेलखंड के यात्रियों ने कहा है कि रेल प्रशासन यात्रियों की परेशानी से बेपरवाह है। जानकारी दी गई कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस रेलखंड पर पूजा स्पेशल ट्रेन का परिचालन अभी हो रहा है,जिसका ठहराव जानकीनगर में नहीं दिया गया है।

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पूजा स्पेशल के नाम पर यहां ठहराव नहीं देने से लोगों में आक्रोश 

जानकीनगर रेलखंड के यात्रियों ने बताया कि पूर्व में जब नियमित रूप से कोशी एक्स्प्रेस चलती थी तब जानकीनगर रेलवे स्टेशन पर अप एवं डाउन ठहराव होता था , लेकिन पूजा स्पेशल के नाम पर यहां ठहराव नहीं देने से लोगों में आक्रोश व्याप्त है। लोगों का कहना है कि इस रेलखंड पर पूर्व की सुविधाओं में भारी कटौती की गई है ,जो लोगों की परेशानी का सबब बनकर रह गई है। ट्रेन सुविधा बंद रहने से लोगों को भारी कठिनाइयां हो रही हैं। रेलवे की दुर्दशा से हलकान अलग-अलग क्षेत्रों के ग्रामीणों ने जानकारी दी कि रेल सेवा बाधित रहने से लोग सड़क मार्ग से यात्रा करने को मजबूर हैं। इस मार्ग से यात्रा करने वाले यात्री आर्थिक रूप से शोषण के शिकार हो रहे हैं।

सहरसा पूर्णिया रेलखंड पर यात्री ट्रेन चलाए जाने की मांग 

ट्रेनों के परिचालन एवं ठहराव को लेकर चोपड़ा बाजार स्थित दुर्गा मंदिर परिसर में समाजसेवी रामदेव ङ्क्षसह की अध्यक्षता में शनिवार की दोपहर आयोजित बैठक में उपस्थित अरूण कुमार पाठक , नंद लाल ठाकुर, विजय कुमार पाण्डेय, शत्रुघन प्रसाद ङ्क्षसह,मलय कुमार दास, राजू भगत,रितुराज, सदानंद यादव, सहित कई अन्य क्षेत्रों के ग्रामीणों ने बताया कि रेल सुविधाओं से वंचित इस रेलखंड के यात्रियों को आखिर और कितने दिनों तक कष्ट झेलना पड़ेगा। बोले कि जब कोरोना काल में संपूर्ण सूबे के राजमार्गों पर छोटे-बड़े यात्री वाहन यात्रियों को लेकर सरपट दौड़ रहे हैं तो इस रेलखंड पर यात्री ट्रेन का परिचालन कोरोना के नाम पर क्यों बंद कर दिया गया है,जबकि कमोवेश सभी स्टेशनों पर रेल की बोगियों को खड़ी कर रखा गया है। बैठक में उपस्थित लोगों ने कहा कि अगर उक्त लंबी बोगियों को यात्री ट्रेन के रूप में सहरसा पूर्णिया रेलखंड पर चलाएं जाएं तो काफी सुविधाएं क्षेत्रवासियों को मिलेंगी।

बसो में कोरोना से बचाव का भी नहीं होता है पालन 

जानकारी दी गई कि बसों पर न तो शारीरिक दूरी और न ही मास्क और न ही सेनेटाइजर का इस्तेमाल हो रहा है,जो सरकार के नियम के विरुद्ध है। ऐसा प्रतीत होता है कि संबंधित विभाग के अधिकारियों की भी मिलीभगत है। जानकारी दी कि पूर्व में यहां कोशी सहित सभी एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव होता था लेकिन पूजा स्पेशल के नाम पर इन दिनों चलाई जा रही एक्सप्रेस गाडिय़ों का ठहराव जानकीनगर में नहीं दिए जाने से इस रेलखंड व आसपास के क्षेत्रीय यात्रियों में आक्रोश व्याप्त है। रेल प्रशासन से लोगों ने पूर्व की भांति इस रेलखंड पर गाडिय़ों का परिचालन शुरू करवाने तथा यात्रियों की सुविधा हेतु ठहराव सुनिश्चित करने की पुरजोर मांग की है।


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