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Jamui News : जमुई जिला स्थित सिमुलतला का पर्यटन व्यवसाय लॉक डाउन व कोरोना महामारी के कारण हाशिए पर पहुंचा

Jamui News कोरोना महामारी के कारण जमुई जिल स्थित सिमुलतला का पर्यटन व्यवसाय हासिए पर चला गया हैा अक्टूबर नवंबर माह में सिमुलतला के होटल लॉज एवं सैलानियों से यहां की कोठियों में भरी रहतीी थी। कोरोना काल निराशाजनक रहाा

By Amrendra TiwariEdited By: Published: Mon, 16 Nov 2020 03:13 PM (IST)Updated: Mon, 16 Nov 2020 03:13 PM (IST)
Jamui News : जमुई जिला स्थित  सिमुलतला का पर्यटन व्यवसाय  लॉक डाउन व कोरोना महामारी के कारण हाशिए पर पहुंचा
लॉकडाउन ने पर्यटन व्यवसाय को किया चौपट, अब भी कम आते हैं पर्यटक

जमुई [संदीप कुमार सिंह], Jamui News :  कोरोना महामारी का दंश और इस दंश से बचाव के लिए जारी हुआ लॉक डाउन के कारण सिमुलतला का पर्यटक व्यवसाय बर्बाद हो गया है। अक्टूबर, नवंबर माह में कभी पर्यटक सिमुलतला के होटल, लॉज एवं सैलानियों की कोठियों में भरा रहता था। कोरोना महामारी ने सिमुलतला का पर्यटक व्यवसाय में मानो ग्रहण लगा दिया है। सिमुलतला के चर्चित होटल अन्या रिसोर्ट के मैनेजर ङ्क्षपकू झा कहते हैं। प्रत्येक वर्ष अक्टूबर, नवंबर माह से पूर्व पर्यटक अग्रिम में कमरे आरक्षित करा लेते थे। कमरे अग्रिम में आरक्षित करने का सिलसिला जनवरी माह तक चलता था।

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अभी भी नहीं आ रहे सैलानी 

इस वर्ष न के बराबर सैलानी होटल में आए। उनका कहना है कि कोरोना ने सिमुलतला का पर्यटक व्यवसाय को पुरनरूपेन प्रभावित कर दिया। सिमुलतला के मिठाई दुकानदार निरंजन गुप्ता, कारु यादव, भोला यादव आदि कहते हैं कि इस बार पर्यटक के नहीं आने से सिमुलतला के नामी मिठाई छेना मुरकी की भी बिक्री नहीं है। दुकानदारों का भी मानना है कि कोरोना संक्रमण ने सारे आय के साधन को प्रभावित कर दिया। ऐसी ही कुछ बातें सिमुलतला के मांस, मछली, दूध, चिकेन, सब्जी दुकानदारों का भी है।

दिहाड़ी मजदूरों को भी नहीं मिल रही रोजीरोटी 

पर्यटकों के इस वर्ष सिमुलतला नहीं आने से रिक्शा चालक, ठेला चालक, कुली, मजदूर, ऑटो चालक का व्यवसाय कमजोर के साथ खस्ता हाल हो गया है। पर्यटकों के संदर्भ में काफी जानकारी रखने वाले सिमुलतला के संतोष ङ्क्षसह कहते हैं कि पर्यटक आनंद बिहार के लिए सिमुलतला आते हैं। कोरोना संक्रमण के कारण पर्यटकों के नहीं आने से सिमुलतला की सुंदर सुंदर फूलों से भरा बाग बगीचे, पहाड़ को चीरती कल-कल करती बहती नदियां एवं झरने को देखने वाला कोई नहीं। रविवार को कोलकाता से आए कुछ सैलानियों ने कोलकाता वापस लौटने के दौरान जागरण के प्रतिनिधि के द्वारा पूछे जाने पर बताया कि हमलोग काफी हिम्मत जुटाकर सिमुलतला आए। यहां पहुंचने से मालूम चला कि इस जगह न कोरोना है और न ही किसी प्रकार का संक्रमण। हम सभी परिवार बिना भय के आनंद विहार सिमुलतला में कर वापस कोलकाता लौट रहे हैं।  


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