Jamui News: पटना में पुलिसिया कार्रवाई के विरोध में प्रदर्शन, कांग्रेस ने गिनाई सरकार की नाकामी
पटना में राजद कार्यकर्ताओं पर हुए पुलिसिया कार्रवाई के विरोध में जमुई के कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को प्रदर्शन किया। नेताओं ने कहा कि भाजपा-जदयू लोकतंत्र की हत्या कर बिहार को फासीवादी शासन की ओर धकेलना चाहती है।
संवाद सहयोगी जमुई। विधानसभा और पटना के सड़कों पर हुए हंगामे का असर बुधवार को जमुई में देखा गया। पुलिसिया कार्रवाई के विरोध में विभिन्न दलों ने विरोध प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया। भाकपा माले ने कचहरी चौक पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन कर धिक्कार दिवस मनाया। इसका नेतृत्व ऐक्टू के जिला प्रभारी बासुदेब रॉय, आइसा के प्रदेश उपाध्यक्ष बाबू साहब, इन्कलाबी नोजवान सभा के जिला प्रभारी जय राम तुरी, अलीगंज प्रखंड सचिव महेंद्र यादव, मो हैदर, बह्मदेव ठाकुर कर रहे थे।
आइसा के प्रदेश उपाध्यक्ष बाबू साहब ने कहा कि मंगलवार को विधान सभा के अंदर और बाहर जो हुआ वह लोकतंत्र के इतिहास में एक काला दिन है। भाजपा-जदयू लोकतंत्र की हत्या कर बिहार को फासीवादी शासन की ओर धकेलना चाहती है। ऐक्टू प्रभारी बासुदेब रॉय और जयराम तुरी ने कहा कि बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक, 2021 में जो आशंकाएं जाहिर की जा रही थीं, उसका नजारा कल विधानसभा के अंदर ही देखने को मिल गया। जब जनता के चुने हुए प्रतिनिधियों के साथ सरकार ऐसा व्यवहार कर सकती है. तो सहज अंदाजा लगाया जा सकता कि भाजपा-जदयू बिहार को किस दिशा में ले जाना चाहते हैं।
पुलिस ने महिला विधायकों तक को नहीं छोड़ा. पुलिस के अलावा सिविल ड्रेस में और भी दूसरे लोग थे जो विपक्ष के विधायकों पर जानलेवा हमले कर रहे थे.पुलिस द्वारा विपक्ष के विधायकों को पिटवाकर विधेयक पास करवाना कौन सा लोकतंत्र है. मौके पर राजकिशोर किस्को, बासुदेब हासदा, गोरेलाल कुमार, गुर्जर मांझी,चानो तुरी, सरदार मोदी सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे। इधर कांग्रेस भवन में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष हरेंद्र ङ्क्षसह ने पत्र जारी कर सरकार पर हमला बोला और ङ्क्षबदूवार सरकार की नाकामियों का गिनाया। कहा कि विधान सभा की घटना के बाद मंगलवार का दिन काला दिवस के रुप में इतिहास के पन्ने में दर्ज हो गया है।