पूर्व केंद्रीय मंत्री ने बिहार सरकार पर किया बड़ा हमला, बोले- अब तो बोलने और लिखने की सभी आजादी नहीं
राजद ने बिहार सरकार पर बड़ा हमला किया है। राजद के दिग्गज नेता जय प्रकाश नारायण यादव ने कहा कि बिहार में अपराध बढ़ रहा है। रोजगार के लिए लोग भटक रहे हैं। यहां बोलने और लिखने की आजादी छीनी जा रही है।
जागरण संवाददाता, जमुई। पूर्व केंद्रीय मंत्री व राजद नेता जयप्रकाश नारायण यादव ने बिहार सरकार पर बड़ा हमला बोला है। बिहार में बोलने और लिखने की भी आजादी छिनी जा रही है। स्थिति ऐसी हो गई है कि लोग घर से निकलते हैं तो लौटकर घर आयेंगे या नहीं, मन में यह भय बना रहता है। बिहार में अपराध दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। उक्त बातें पूर्व केंद्रीय मंत्री सह पूर्व बांका सांसद जयप्रकाश यादव ने बरहट प्रखंड स्थित अपने आवास पर कही। दरसल वे हर वर्ष की तरह इस बार भी अपने दिवंगत पिता की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देने गांव आए हुए थे। कहा कि आज बिहार में अपराधियों का व अपराध का बोलबाला है। राजधानी आज क्रिमनल और क्राइम का अड्डा बन गया है।
बिहार में रोजाना हत्या, लूट, डकैती, बलात्कार, जघन्य अपराध मध्ययुगीन काल की याद दिलाता है। आज सरकार का इकबाल खत्म हो गया है। सरकारी तंत्र और प्रशासन की अपराधियों को पकड़ने में रूचि नहीं है। एक सवाल के जबाब में कहा हां शराबबंदी होनी चाहिए , लेकिन सवाल यह है क्या बंद हो रहा है जबाब नहीं। शराबबंदी के नाम पर उगाही हो रही है। शहर , गांव , टोला , मुहल्ला , फ्लैट , रूम ही नहीं बेड पर शराब पहुंच रही है। आगे कहा कि शराब , बालू , अपराधी तीनों में गठजोड़ है। तीनों को संरक्षण देने का काम सरकार कर रही है । सरकार अब कहती है कि सोशल मीडिया पर कुछ लिखिएगा , बोलिएगा तो जेल भेज देंगे तो भेज दीजिए। लोकतंत्र में अपनी बातं निष्ठा और ईमानदारी से रखने का हमे अधिकार है। ये हमारा हक है। इसे आप छीन नहीं सकते हैं। सोशल मीडिया पर सरकार के काले कारनामों का काला चिट्ठा भी तो खुलता है। अपराधियों का अपराध का काला नाग अब इंसान को डस रहा है।
लोगों को मौत के मुंह में ढकेल रहा है। रूपेश का हत्यारा अब तक क्यों नहीं पकड़ा गया । मुख्यमंत्री , मंत्री और सारे टॉप के ऑफिसर जहां रहते हैं, वहां से आधे किलोमीटर पर हत्या तक हो जाती है और अपराधी का पता तक नहीं चलता है। मैं पूरी जिम्मेदारी से बोलता हूं। मामले को डाईभर्ट किया जा रहा है और अपराधी को पकड़ने में सरकार विफल है।