Jamui Crime: बेहरा के घने जंगल से युवती का मिला शव, नक्सल प्रभावित है क्षेत्र, पुलिस ने जताई यह आशंका
Jamui Crime रस्सी के सहारे पुलिस ने शव को बाहर निकाला। मृतका के गले में दुपट्टा बंधा हुआ था। हत्या कर शव को पहाड़ी से फेंके जाने की आशंका। जंगल शिकार करने के लिए गए थे। नारोदह झरना के पास पहुंचने पर ग्रामीणों को दुर्गंध का अनुभव हुआ।
जागरण संवाददता, जमुई। Jamui Crime: जमुई के चंद्रमंडी थाना क्षेत्र अंतर्गत पोझा पंचायत के बेहरा घने जंगल से एक 20 वर्षीय युवती का शव मिलने से सनसनी फैल गई। युवती का शव जंगलों के बीच अवस्थित चकाई के चर्चित पिकनिक स्पॉट नारोदह झरना के पास एक पेड़ में फंसा हुआ था। मृतका के गले में दुपट्टा बंधा हुआ था, जिससे युवती की हत्या कर शव को फेंके जाने की आशंका जताई जा रही है।
आसपास के ग्रामीण शनिवार को जंगल शिकार करने के लिए गए थे। इसी क्रम में नारोदह झरना के पास पहुंचने पर ग्रामीणों को दुर्गंध का अनुभव हुआ। तब उन लोगों ने आसपास खोजबीन की तो नदी और पहाड़ी के बीच ढलान पर स्थित एक पेड़ में एक लड़की का शव दिखाई दिया। ग्रामीण द्वारा शनिवार की शाम इसकी सूचना चकाई पुलिस की दी गई। नक्सल प्रभावित और घना जंगल रहने के कारण पुलिस रविवार को कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था के साथ करीब तीन किमी की दूरी पैदल तय कर शव के समीप पहुंची।
शव ऐसी जगह फंसा था जहां से निकलने के लिए के काफी मशक्कत करनी पड़ी। इंस्पेक्टर व चकाई थानाध्यक्ष राजीव कुमार तिवारी ने हिम्मत दिखाते हुए अपने कमर में रस्सी बांध रस्सी के सहारे किसी तरह उस पेड़ तक पहुंच शव को बांस के सहारे नीचे नदी की ओर गिराया। तब वहां से शव को बाहर निकाला गया। थानाध्यक्ष ने बताया कि शव की हालत देखने से ऐसा प्रतीत होता है कि करीब एक सप्ताह पूर्व हत्याकर फेंका गया है। युवती का चेहरा गल गया है। उसके गले में दुपट्टा बंधा हुआ था, जिससे युवती की हत्याकर शव को पहाड़ी से गहरे नदी में फेंके जाने की आशंका जताई जा रही है। पहाड़ी से एक जोड़ी चप्पल भी बरामद हुआ है। चकाई पुलिस मृतका की पहचान करने में जुट गई है।
वहीं थानाध्यक्ष से पूछा गया कि क्या युवती के चेहरे को तेजाब से जलाया गया है तो उन्होंने कहा कि यदि ऐसा होता तो युवती के कपड़े भी जले होते। पोस्टमार्टम करने वाली टीम ने भी तेजाब से जलाने की बात से इन्कार किया है।