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Jamui Crime: पुलिस के हत्थे चढ़ा सीएसपी संचालक लूटकांड का फरार अपराधी, उगले कई राज

जमुई पुलिस ने सीएसपी संचालक लूटकांड के आरोपी को पकड़ने में सफलता पाई है। गिरफ्तार आरोपी पवन दास ने पुलिस ने सामने कई राज उगले। 27 अगस्त 2019 को सीएसपी संचालक मुकेश यादव से हथियार के बल पर 50 हजार लूट लिए थे।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Published: Mon, 26 Apr 2021 07:50 AM (IST)Updated: Mon, 26 Apr 2021 07:50 AM (IST)
Jamui Crime: पुलिस के हत्थे चढ़ा सीएसपी संचालक लूटकांड का फरार अपराधी, उगले कई राज
प‍ुलिस ने पवन दास को गिरफ्तार कर लिया है।

जागरण संवाददाता, जमुई। अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे छापेमारी अभियान में खैरा पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। सोमवार की अहले सुबह पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर गिद्धौर थाना क्षेत्र के रतनपुर गांव से एक अपराधी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अपराधी की पहचान पवन दास के रूप में हुई है। गिरफ्तारी की पुष्टि पुलिस निरीक्षक खैरा थनाध्यक्ष सिद्धेश्वर पासवान ने की है। थानाध्यक्ष ने बताया कि वर्ष 2019 के 27 अगस्त को फतेहपुर गांव से आगे कब्रिस्तान के समीप बाइक सवार अपराधियों ने गरभु अड़वार निवासी सीएसपी संचालक मुकेश यादव से हथियार के बल पर 50 हजार नगदी के अलावा एक लेपटॉप, दो मोबाइल आदि सामान लूट लिए थे। घटना उस वक्त हुई जब मुकेश यादव गोपालपुर स्थित एसबीआई शाखा से पैसा की निकासी कर घर लौट रहा था। इस मामले में थाना में कांड संख्या 264/19 दर्ज किया गया था। अनुसंधान में दो अपराधियों का नाम सामने आया था जिसमें एक अपराधी गोपालपुर निवासी बंटी कुमार दास को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। दूसरा पवन फरार चल रहा था। जिसे उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस की उक्त कार्रवाई में गिद्धौर थाना के एएसआइ नित्यानंद सिंह के अलावा जिला पुलिस के जवान शामिल थे। बता दें कि खैरा इलाके में सीएसपी संचालक अपराधियों के निशाने पर रहे हैं। सीएसपी संचालकों के साथ कई बार लूट की घटना हो चुकी है।

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बैंक शाखाओं पर बढ़ते बोझ को कम करने और ग्रामीण स्तर के लोगों को बैं¨कग सेवा से जोड़ने के लिए बैंक द्वारा अस्तित्व में लाए गए ग्राहक सेवा केन्द्र (सीएसपी) अपराधियों के लिए साफ्ट टारगेट हो गए हैं। चूंकि सीएसपी को कोई प्रशासनिक सुरक्षा नहीं मिलती सो अपराधी जब मन तब इसे लूट ले रहे हैं। नतीजा सीएसपी में पैसों का लेन-देन दहशत के साए में हो रहा है।बीते सालों के क्राइम रिकॉर्ड पर गौर किया जाए तो अपराधियों द्वारा अक्सर सीएसपी को निशाना बनाया गया है। बावजूद न तो जिला पुलिस-प्रशासन सुरक्षा की दिशा में कोई पहल करता है, न ही बैंक के अधिकारी सुरक्षा के व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए कोई ठोस कदम उठा रहे हैं।


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