Jamui Coronavirus Update : 18 दिन में 405 नए संक्रमित, बाजार में कोविड गाइडलाइन का नहीं हो रहा पालन
Jamui Coronavirus Update जमुई में कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं हो रहा है। जबकि पिछले 18 दिनों में यहां पर चार सौ से ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। इसके बाद भी लोग बाजार में बिना मास्क के घूम रहे हैं।
संवाद सहयोगी, जमुई। हम अपने किसी के संक्रमित होने की खबर पर ङ्क्षचतित हो उठते हैं, किसी के दूर जाने की खबर मात्र से सिहर उठते हैं, टूटती सांसें और बिखरते परिवार के बारे में सोच बेचैन हो जाते हैं फिर भी इससे बचने के उपाय अपनाने को लेकर कतराते हैं। आखिर क्यों। ऐसी क्या मजबूरी और सोच। स्वास्थ्य विभाग बीमार शरीर का इलाज कर सकता है लेकिन बीमार होने से नहीं बचा सकता। इससे बचने की जिम्मेवारी अपनी है। सरकार इलाज के लिए व्यवस्था उपलब्ध करा सकती है, महामारी से बचने का उपाय बता सकती है लेकिन बचना तो खुद ही पड़ेगा। फिर हम इतने लापरवाह क्यों बने हैं।
जरा सोचे, मनन करें। हमारी लापरवाह आदत खुद के साथ दूसरे को परेशान में डाल सकता है। हंसते खेलते परिवार की खुशियों में आग लगा सकता है। होना तो यह चाहिए कि हम इतना सतर्क व संयमित हो जाए कि अस्पताल जाने की जरुरत ही ना पड़े। जीवन का यह कठिन वक्त वैसे ही गुजार दें जैसे क्रिकेट बल्लेबाज बाउंसर गेंद को झुककर जाने देता है। हम अपने परिवार के लिए ही हर काम करते हैं। फिर परिवार को सुरक्षित रखने के लिए गाइडलाइन पालन करने को लेकर इतना झिझक क्यों। सोमवार को भी शहर के बाजारों में लापरवाह तस्वीर दिखी। हालांकि अन्य दिनों की अपेक्षा भीड़ कुछ कम थी परंतु हर मुंह पर मास्क नहीं दिख रहा था। हद तो यह थी कि कई दुकानदार भी बिना मास्क दिखे। शहर के महाराजगंज चौक, महिसौड़ी, पुरानी बाजार सहित सभी बाजारों में ऐसी ही तस्वीर दिखी। ऐसी ही लापरवाही की तस्वीर जिले के अन्य बाजारों और ग्रामीण बाजारों में भी देखने को मिलती है।
हालांकि पहले की अपेक्षा मास्क लगाने वाले ज्यादा दिखते हैं लेकिन मास्क पहनने के पीछे पुलिस या जुर्माना से बचने की मंशा दिखती है। मास्क नाक व मुंह की जगह गला में तो किसी के सिर्फ मुंह पर दिखता है। यह समझना होगा कि पुलिस या जुर्माना से बचने के लिए नहीं बल्कि कोरोना से खुद को बचाने के लिए मास्क पहनना है। बार-बार हाथ धोने और जरुरत पडऩे पर ही घर से बाहर निकलने की आदत से खुद के साथ परिवार सुरक्षित होगा। यह सब बताने के पीछे की मंशा डराना नहीं है बल्कि जागरुक व आगाह करना है। कोरोना को हराना है।
18 दिन में मिले 405 संक्रमित
संक्रमण की डरावनी रफ्तार को समझने के लिए जिले में कोरोना की गति को समझना होगा। जिले में एक अप्रैल से 18 अप्रैल तक कुल 405 नए संक्रमित की पहचान हुई। कई संक्रमित इलाज के बाद स्वस्थ भी हुए तो चार संक्रमितों की मौत हो गई। यह हालत तब है जब जनवरी, फरवरी और मार्च महीने में संक्रमण की गति एकदम स्लो हो गई थी। समझना होगा कि अगर हम यूं ही लापरवाह रहे और संक्रमण की रफ्तार बढ़ती रही तो फिर क्या होगा। जमुई की आबादी 18 लाख से अधिक है। कितने अस्पताल और बेड की जरुरत पड़ जाएगी। इसलिए वक्त रहते संभल जाना ही होशियारी कहलाएगा।
एक अप्रैल से 18 अप्रैल तक मिले नए संक्रमित की संख्या प्रखंडवार
प्रखंड--------संख्या
जमुई----175
झाझा--62
अलीगंज--11
सिकंदरा--12
बरहट--12
गिद्धौर--19
चकाई--7
खैरा--46
सोनो--37
लक्ष्मीपुर--24
9999