Bihar: जमुई के ब्लड बैंक को ही ब्लड चढ़ाने की आई नौबत, 18 लाख की आबादी प्रभावित
Bihar 2 से 3 यूनिट ब्लड के सहारे है 18 लाख की आबादी। महीनों से अल्परक्तता का शिकार बना है रक्त अधिकोष। बैसाखी के सहारे संचालित हो रहा ब्लड बैंक। 40 यूनिट की जगह स्टॉक में रह रहे हैं महज 2 यूनिट ब्लड।
जमुई [अंजुम आलम]। इन दिनों जिले के एकलौता ब्लड बैंक को ही ब्लड चढ़ाने की नौबत आ गई है। जो कमजोर अवस्था में बैसाखी के सहारे खड़ा है। रक्त के अभाव में महीनों से बदहाल पड़ा रक्त अधिकोष में महज 2 से 3 यूनिट ब्लड ही उपलब्ध रह रहे हैं। जबकि कम से कम 40 यूनिट ब्लड रक्त अधिकोष में हमेशा उपलब्ध रहनी चाहिए।
इन दिनों मौजूद ब्लड बैंक में अधिकांश ग्रुप के ब्लड उपलब्ध नहीं है। सिर्फ एक ग्रुप यानि एबी पॉजिटिव ही ब्लड उपलब्ध रह रहे हैं। महीनों बीतने के बावजूद कई ग्रुप का खाता भी नहीं खुला है। हालांकि ब्लड के आभाव में किसी मरीज की मौत होने की जानकारी विभाग के पास नहीं है क्योंकि ब्लड के आभाव में कई मरीज पटना रेफर कर दिए जाते हैं। बता दें कि कोरोना संक्रमण का अच्छा-खासा प्रभाव ब्लड बैंक पर पड़ा है। संक्रमण की वजह से किसी संस्था द्वारा ब्लड डोनेट नहीं की गई है और ना ही किसी डोनर ने ब्लड डोनेट किया है, जिस वजह से रक्त अधिकोष में क्षमता के अनुकूल काफी कम ब्लड मौजूद रह रहे हैं। जमुई में कई संस्था कार्यरत है जो समय-समय पर ब्लड डोनेट करते हैं जिस वजह से ब्लड की आपूर्ति बरकरार रहती थी। ब्लड की कमी का सिलसिला तकरीबन 6 महीने से लगातार इसी तरह चल रहा है।
तीन टेक्नीशियन के सहारे संचालित हो रहा रक्त अधिकोष
सदर अस्पताल परिसर में बना रक्त अधिकोष कर्मियों के कमी की भी वर्षों से बाट जोह रहा है। करीब 18 लाख की आबादी के बीच एक मात्र रक्त अधिकोष अल्परक्तता के साथ- साथ कई मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। बता दें कि रक्त अधिकोष में एक भी चिकित्सक नहीं हैं। और ना ही कोई काउंसलर या नर्स कार्यरत है। चिकित्सक के तौर पर सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. सैयद नौशाद अहमद देख-रेख कर रहे हैं। इतना ही नहीं रक्त अधिकोष में कम से कम 6 टेक्नीशियन की आवश्यकता है लेकिन वहां महज 3 टेक्नीशियन के सहारे ही काम चलाया जा रहा है। बता दें कि कुछ महीने पूर्व केंद्रीय टीम द्वारा रक्त अधिकोष भवन का सर्वे किया गया था। मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने को लेकर सख्त निर्देश दिया गया था। इसके बावजूद अब तक रक्त अधिकोष उसी तरह बदहाल अवस्था में पड़ी हुई है।
रक्तदान में इन संस्थाओं की रहती है भूमिका
जमुई में रक्तदान के लिए सदर अस्पताल के अलावा विभिन्न जगहों पर रक्तदान शिविर कई संस्थाओं द्वारा लगाए जाते हैं और शिविर के माध्यम से रक्तदान करते हैं। फिलहाल जमुई में संत निराकारी, लायंस क्लब जमुई, आरएसएस, एबीवीपी, एचडीएफसी बैंक, सीआरपीएफ, एसएसबी, बिहार पुलिस के अलावा कई अन्य संस्था है जो शिविर लगाकर रक्तदान समय-समय पर करते रहते हैं। जिससे कई गरीबों की जान बच पाती है। इसमें जिला प्रशासन की भी अहम भूमिका रहती है।
स्टॉक रक्त एक नजर में
22/05/2021
B( ) - 00 B(-) - 00
O( ) -.00 O(-) - 00
AB( ) - 03 AB(-) - 00
21/05/2021
A( ) -.00 A(-)- 00
B( ) - 00 B(-) - 00
O( ) -.00 O(-) - 00
AB( ) - 02 AB(-) - 00
20/05/2021
A( ) -.00 A(-)- 00
B( ) - 00 B(-) - 00
O( ) -.00 O(-) - 00
AB( ) - 02 AB(-) - 00
19/05/2021
A( ) -.00 A(-)- 00
B( ) - 00 B(-) - 00
O( ) -.00 O(-) - 00
AB( ) - 02 AB(-) - 00
18/05/2021
A( ) -.00 A(-)- 00
B( ) - 00 B(-) - 00
O( ) -.00 O(-) - 00
AB( ) - 04 AB(-) - 00
17/05/2021
A( ) -.00 A(-)- 00
B( ) - 00 B(-) - 00
O( ) -.00 O(-) - 00
AB( ) - 01 AB(-) - 00
कोरोना संक्रमण की वजह से किसी संस्था या विभाग द्वारा ब्लड डोनेट नहीं किया जा रहा है। जिस वजह से ब्लड के स्टॉक में कमी आई है। विभाग द्वारा भी ब्लड डोनेट के लिए कैंप लगाया जाएगा।- डॉ. सैयद नौशाद अहमद, उपाधीक्षक, सदर अस्पताल जमुई