Move to Jagran APP

थाने में सिंचाईकर्मी की मौत के बाद बवाल, छावनी में तब्‍दील हुआ भागलपुर, दारोगा पर हुई बड़ी कार्रवाई

भागलपुर के बरारी इलाका पुलिस छाबनी में तब्‍दील हो गया है। लोग पुलिस प्रशासन के खिलाफ सड़क पर उतर आए हैं। एसएसपी ने थानेदार पर कार्रवाई करने का भरोसा दिया था। विधायक ने न्‍याय दिलवाने की बात कही।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Published: Tue, 30 Mar 2021 12:22 PM (IST)Updated: Tue, 30 Mar 2021 09:20 PM (IST)
थाने में सिंचाईकर्मी की मौत के बाद बवाल, छावनी में तब्‍दील हुआ भागलपुर, दारोगा पर हुई बड़ी कार्रवाई
बरारी इलाके में भारी संख्‍या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। बरारी थानाक्षेत्र के मायागंज मोहल्ले में सोमवार की देर शाम पुलिस हिरस्त में सिंचाई कर्मी संजय कुमार अकेला उर्फ संजय यादव की मौत बाद बबाल मच गया। आक्रोशित स्थानीय लोगों ने बरारी थाने का घेराव कर सिटी एएसपी पूरण कुमार झा और थानाध्यक्ष प्रमोद साह के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की मांग करने लगे। शव को पुलिस अस्पताल से बरारी थाने लाई। देखते ही देखते मायागंज इलाका पुलिस छावनी में बदल गया। शहर के सभी थाने की पुलिस और पुलिस केंद्र से रिजर्व बल भी बुला लिए गए। लोगों की भीड़ काफी बढ़ गई थी हालांकि आक्रोश के बावजूद लोगों ने तोडफ़ोड़ या उपद्रव नहीं किया। पुलिस भी बल प्रयोग के बदले मूक बनी रही मंगलवार की सुबह थाने से शव लेजाने के समय लोगो फिर हंगामा करने लगे।

loksabha election banner

एसएसपी निताशा गुडिय़ा थाने पहुंची और मृतक संजय की पत्नी गायत्री देवी, बेटी मनिका भारती, अंकित रानी, बीटा अनिमेष आनंद को धीरज रखने और न्याय दिलाने का भरोसा दिया। कुछ देर थाने में मातहतों और स्थानीय प्रबुद्ध जनों से मंत्रणा बाद घटना की न्यायिक जांच करने और थानाध्यक्ष के विरुद्ध केस दर्ज कराने की बात कही। एसएसपी ने अपनी मौजूदगी में शव को थाने से पोस्टमार्टम प्रक्रिया कर लिए भेजवाया। शव ले जाते समय भी आक्रोशित भीड़ ने एम्बुलेंस रोकने की कोशिश की लेकिन स्थिति को भारी संख्या में मौजूद पुलिस बल और सामाजिक कार्यकर्ता अशोक यादव, पंकज यादव, जिंतेद्र यादव, प्रदीप लाल यादव आदि ने संभाल लिया।

इस बीच बरारी थानाध्यक्ष प्रमोद साह को निलंबित कर दिया गया है। उनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई का भी आदेश दिया गया है। एसडीओ आशीष नारायण ने कहा कि सरकारी कर्मचारी होने के नाते सरकार जो भी सहायता राशि और अनुकंपा के आधार पर नौकरी दिए जाने का प्रावधान होगा वह किया जाएगा। एडीएम राजेश झा राजा, एसडीओ आशीष नारायण और बड़ी संख्या में पुलिस बल की मौजूदगी में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सिंचाई कर्मचारी संजय कुमार का शव पोस्टमार्टम कराकर बरारी श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार कराया गया।

घटना की सूचना मिलने पर विधायक अजीत शर्मा वहां पहुंचे। विधायक ने कहा कि मृतक के स्‍वजनों को न्याय मिलेगा। उन्‍होंने मुख्‍यमंत्री से इस संबंध जानकारी देने की बात कही। उन्‍होंने कहा कि उनके स्‍वजन को नौकरी दिलाने के लिए प्रयास किया जाएगा।

होली में डीजे बजाने के बाद हुई थी पासवान टोले के लड़कों से ग्वाल टोली के लड़कों से मारपीट

जानकारी के अनुसार मायागंज स्थित पासवान टोले के शीश पासवान, रामस्वरूप पासवान और ग्वाल टोली के लुचो यादव के परिवार के बच्चे में दिन में ही कहासुनी हुई थी। बाद में ग्वाल टोली से काफी संख्या में लोग पासवान टोला पहुंच शीश पासवान, रामस्वरूप पासवान आदि के घर घुसकर मारपीट की। घटना की जानकारी पर पहुची पुलिस स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की। उस दौरान बरारी थाने में तैनात अवर निरीक्षक दुर्गानंद हांसदा को भी लोगों ने लाठी से पीट दिया। स्थिति नियंत्रण से बाहर होटी देख अधिक संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया। इस दौरान सिटी एएसपी पूरण कुमार झा मौके पर पहुचे। बरारी पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में ले लिया इस दौरान बरारी से लौटे सिंचाई विभाग कर्मी संजय कुमार उर्फ संजय यादव अकेला को भी पुलिस पकड़ कर थाने लेते आई। उसे हिरासत में लेने का विरोध उसके बेटी ने की भी पर पुलिस ने एक नहीं सुनी।

बेटी का कहना था की उसके पिता तो ड्यूटी से तुरन्त बांका के कटोरिया से आ रहे हैं, इस झगड़े से उनका क्या लेनादेना। लेकिन पुलिस उसे भी गले मे पड़े गमछे पकड़ घसीटते हुए जिप्सी में बैठा कर थाने लेते चली आई। बेटी मोनिका रोती रही लेकिन उसकी आवाज पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। उसने यह भी कहा कि पिता की तबियत ठीक नहीं रहती पर किसी ने उसकी एक नहीं सुनी। थाने ले जाकर संजय से पुलिस घटना के संबंध में सख्ती से पूछताछ की गई। उसी दौरान उसकी तबियत अचानक बिगड़ गई और वह पसीना- पसीना हो थरथराने लगा। बरारी पुलिस का कहना है कि संजय की तबियत खराब होने की शिकायत पर जवाहरलाल नेहरू अस्पताल मायागंज के आपतकालीन वार्ड में भर्ती कराया गया था, जहां उसकी मौत हृदय गति रुक जाने से हो गई।

इधर संजय अकेला की पत्नी, स्वजन आदि का कहना है कि पुलिस जब उसे घर के पास से पकड़ कर ले गई तो वहां सख्ती से पेश आई। गले मे पड़े गमछे को खींच कर उसे निर्दयता से घसीट थाने में पीटा। जबकि वह बाहर से तुरन्त घर पहुंचा था। पत्नी बेटी आदि का आरोप है कि थाने में ही उसकी मौत हो गई।

अस्पताल ले गए एम्बुलेंस चाक ने बताया कि डॉक्टर ने उसे देखने के बाद मृत घोषित कर दिया। जबकि एसएसपी ने कहा कि तबियत बिगडऩे पर थाने से अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई।

संजय कुमार अकेला बांका जिले के कटोरिया में लघु सिंचाई विभाग में तैनात थे। वे वहां वरीय कर्मचारी थे। घटना के बाद उनकी पत्नी गायत्री देवी के अलावा दो बेटियां मोनिका भारती, अंकिता रजनी और बेटा अनिमेष आंनद के सामने दुख का पहाड़ टूट पड़ा है।

यह भी पढ़ें - भागलपुर के इस थाने में पुलिस की सख्‍ती से सिंचाई विभाग के कर्मी की मौत, जानिए... क्‍या है मामला

बिहार पुलिस का कारानामा : दोषी को छोड़ा और निर्दोष को पीटकर मार डाला


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.