जनवितरण व्यवस्था में झोल ही झोल; खाद्यान्न का गोलमाल, रोज होता है हंगामा... लेकिन ठगे जाते हैं सिर्फ उपभोक्ता
Irregularity in PDS shops in Bhagalpur जिले में ऐसा कोई नहीं है जिस दिन जनवितरण प्रणाली को लेकर अनियमितता की बात सामने नहीं आई हो। लेकिन नुकसान सिर्फ उपभोक्ताओं का होता है।
भागलपुर, जेएनएन। Irregularity in PDS shops in Bhagalpur : जनवितरण प्रणाली की व्यवस्था में झोल है। इस कारण हर दिन किसी न किसी क्षेत्र में हंगामा हो रहा है। कहीं कम अनाज देने को लेकर हंगामा हो रहा है तो कहीं अनाज नहीं मिलने को लेकर लोग आक्रोशित हो रहे हैं। कोटेदारों को कागजों में पूरा लेकिन हकीकत में कम राशन दिया जाता है। वहीं कोटेदार भी काफी हिस्सा बाजार में बेच देते हैं। जिससे तीन चौथाई राशन भी आम लोगों तक नहीं पहुंच रहा है। सारा खेल अफसरों के सामने होता है, लेकिन कार्रवाई कोई नहीं हो रही। कई जगहों पर डीलर अधिक राशि लेकर कम अनाज दे रहे हैं।
सार्वजनिक वितरण प्रणाली में भ्रष्टाचार की जड़ें काफी मजबूत हो चुकी हैं। गोदाम से निकलने के बाद राशन कोटा उपभोक्ता तक पहुंचते-पहुंचते एक चौथाई रह जाता है। बाकी कालाबाजारी की भेंट चढ़ जाता है। गोदाम से गेहूं व चावल की बोरी में ही टैक्स लग रहा है। नियमानुसार राशन उठाने के समय गोदाम में अधिकारी का उपस्थित होना अनिवार्य है, लेकिन सब कुछ ऐसे ही चल रहा है।
अभी तक जिले में 60 हजार से अधिक राशन कार्ड का राशन का उठाव डीलरों द्वारा किया जा रहा था। इनका अनाज डीलरों द्वारा सीधे बाजार में बेच दिया जा रहा है। यह खेल वर्षों से चल रहा था। मामला पकड़े जाने के बाद कार्ड को निरस्त करने की प्रक्रिया चल रही है। सुल्तानगंज इलाके में डेढ़ सौ से अधिक उपभोक्ताओं का कार्ड बना हुआ है, लेकिन उपभोक्ताओं का अनाज नहीं मिल रहा है। जबकि इनके अनाज का उठाव हो रहा है। ऐसे मामले और भी हैं। अनाज तो उठ रहा है, लेकिन उपभोक्ताओं को नहीं मिल रहा है।
ढोलबज्जा में लोगों ने शिकायत की है कि डीलर अधिक कीमत लेकर कम अनाज दे रहे हैं। अनाज देने में घटतौली की जा रही है। मामला की शिकायत जिला परिषद सदस्य ने डीएम से की है। मामले की जांच शुरू हो गई।
लैलख में उपभोक्ताओं ने डीलर के समक्ष हंगामा किया। उपभोक्ताओं का कहना था कि आत्मनिर्भर भारत के तहत प्रवासियों को निशुल्क आधार कार्ड पर अनाज नहीं दिया जा रहा है। यह हंगामा काफी देर तक चलता रहा।
उपभोक्ताओं को कम राशन नहीं मिले, इसके लिए दुकानों पर पर्यवेक्षक तैनात किया जाता है। इसके बाद भी घटतौली होने की बात मेरी जानकारी में नहीं हैं। अगर कोई शिकायत मिलती है तो जांच कराई जाएगी। - अंजनी कुमार श्रीवास्तव, जिला आपूर्ति पदाधिकारी