टीएमबीयू के गेस्ट हाउस मामले की जांच शुरू, किराया जमा करने के बदले नहीं जाती थी रसीद
टीएमबीयू गेस्ट हाउस मामले की जांच शुरू कर दी गई है। जांच के दौरान वित्तीय अनियमितता का मामला सामने आया है। किराया जमा करने के बाद रशीद नहीं दी जाती थी। जबकि नियमानुसार हर हाल में रशीद दी जानी है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर । तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) प्रशासन ने गेस्ट हाउस में हुई वित्तीय अनियमितता मामले की जांच शुरू कर दी है। इसी बीच एक सीनेट सदस्य और मारवाड़ी कालेज के शिक्षक का आरोप है कि गेस्ट हाउस मेें किराया के बदले रसीद नहीं जाती थी। उन्होंने कह कि एक बार गेस्ट हाउस में दो कमरा बुक कराया। इसके बाद तय राशि वहां के केयर टेकर को दे दी। बदले में जब रसीद की मांग की गई तो केयर टेकर समेत अन्य कर्मी आनाकानी करते दिखे। अंतत: उन्हें रसीद नहीं मिला।
-विवि के गेस्ट हाउस में किराया के बदले नहीं जाती थी रसीद, एक सीनेट सदस्य ने विवि प्रशासन को की मौखिक शिकायत, केयर टेकर ने कहा बदनाम करने के लिए बेवजह लगाते हैं आरोप
इस बात की मौखिक जानकारी सीनेट सदस्य विश्वविद्यालय प्रशासन को दी है। उन्होंने आरोप लगाया है कि गेस्ट हाउस में बड़ी अनियमितता हो रही है। विवि प्रशासन की आंख में धूल झोंककर कई कमरों को गलत तरीके भाड़े पर लगाया जाता है। सीनेट सदस्य का कहना है कि जल्द ही वे इस मामले में विवि प्रशासन को लिखित शिकायत करेेंगे। इस मामले में केयर टेकर महेश राय ने कहा कि कोई भी यदि इस तरह का आरोप लगा रहा है तो यह बेबुनियाद है। बदनाम करने के उद्देय से इस तरह का आरोप लगा रहे हैं। विवि गेस्ट हाउस में जो कमरा लेते हैं, उन्हें रसीद दी जाती है।
अनियमितता की नहीं हो सकी जांच
सोमवार को वित्तीय अनियमितता की जांच मामले में आरोपित गेस्ट हाउस के केयर टेकर को कमेटी के समक्ष सशरीर अपना पक्ष देना था। केयर टेकर विवि पहुंचे थे, किंतु कर्मचारियों की हड़ताल के कारण विवि का कामकाज बाधित था। ऐसे में जांच कमेटी के सदस्य विवि आकर लौट गए। जिससे जांच नहीं हो सकी। अब जांच के लिए अलग से तिथि दी जाएगी।