सहरसा में पूरी नहीं पा रही जांच, अनुदान के लिए न्यायालय का गेट खटखटा रहे कोरोना मृतकों के आश्रित
9 जून 2021 तक मात्र 98 लोगों की मौत की पुष्टि हुई लेकिन जैसे ही सरकार ने मौत के दावों की जांच का निर्देश दिया इसकी संख्या में अचानक बढ़ोतरी होने लगी। 10 जून को मृतकों की संख्या 163 पर पहुंच गई। वहीं 450 लोगों ने दावा किया है।
संवाद सूत्र, सहरसा: कोरोना की दूसरी लहर मे बड़े पैमाने पर लोगों की मौत हुई। सरकार के घोषणानुसार इसमें कुछ लोगों को अनुग्रह अनुदान का लाभ मिला भी लेकिन जांच के नाम पर दर्जनों मृतकों के आश्रित भुगतान के लिए भटक रहे हैं। आश्रितों के आवेदन के आलोक में 120 मामलों की जांच महीनों से लंबित है। दूसरी तरफ देरी होने के कारण बिचौलियों की सक्रियता भी बढ़ती जा रही है। मृतकों के परिजन से ठगी की बात भी सामने आ रही है। वहीं जांच रिपोर्ट की गड़बड़ी के कारण कुछ मृतक के आश्रितों ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है।
आश्रितों को भी नहीं मिल रहा अनुदान
सहरसा जिले में में कोरोना से मौत के मामले में लगभग साढ़े चार सौ आवेदन प्राप्त हुआ है, जिसमें अबतक 307 को लेकर प्रशासन ने अबतक पहल की है। अबतक 169 लोगों को अनुदान का भुगतान किया गया, जबकि 18 का भुगतान आवंटन के अभाव में नहीं हो सका है। वहीं 120 मामला स्वास्थ्य विभाग द्वारा जांच प्रतिवेदन प्राप्त नहीं हो पाने के कारण महीनों से लटका हुआ है। इसके कई लोगों की मौत प्रशासन द्वारा घोषित कोविड केयर सेंटर में हुई, परंतु रिपोर्ट के बावजूद इनलोगों को अनुदान का लाभ नहीं दिया जा रहा है।
अबतक 169 मृतक आश्रितों को भुगतान
जिला प्रशासन की सूची में नौ जून 2021 तक मात्र 98 लोगों की मौत की पुष्टि हुई, लेकिन जैसे ही सरकार ने मौत के दावों की जांच का निर्देश दिया, इसकी संख्या में अचानक बढ़ोतरी होने लगी। दस जून को मृतकों की संख्या 163 पर पहुंच गई। जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा कोरोना की अद्यतन सूची में मृतकों की संख्या अबतक यही है, परंतु जिन 450 लोगों का दावा पत्र प्रस्तुत किया, उसका जांच प्रतिवेदन मंथर गति से प्राप्त हो रहा है। फलस्वरूप भुगतान के बड़ी संख्या में लोग भटक रहे हैं। परेशान आश्रितों को सहायता के नाम पर ग्रामीण स्तर पर बिचौलिया भी सक्रिय हो गया हैं। अबतक जिले के 169 आश्रितों को आरटीजीएस के माध्यम से भुगतान किया जा सका।
'जांच का काम स्वास्थ्य विभाग को दिया गया है। काफी मामलों का प्रतिवेदन प्राप्त भी हुआ, इस आधार पर आश्रितों को भुगतान किया जा रहा है। उम्मीद है कि शेष प्रतिवेदन शीघ्र प्राप्त होगा। उस आधार पर आवंटन प्राप्त कर भुगतान की प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी।'- नीरज सिंहा, जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी, सहरसा।