Indian Railway: न परीक्षा, न इंटरव्यू, सीधा बेच सकते हैं रेल टिकट, जानिए... रेलवे का क्या है प्लान
Indian Railway रेलवे का टिकट अब आम लोग भी बिक्री कर सकेंगे। इसके लिए मालदा रेल मंडल से टिकट काटने को कॉट्रेक्टर बहाल की कवायद शुरू की गई है। इसके तहत भागलपुर रेंज के चार स्टेशनों को शामिल किया गया है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। Indian Railway: मालदा रेल मंडल की ओर से ई-कटेगरी की श्रेणी में शामिल रेलवे स्टेशनों पर टिकट बिक्री का काम निजी हाथों में सौंपा जाएगा। इसके लिए पहल फेज में मंडल के आधा दर्जन स्टेशनों का चयन किया गया है। इसमें भागलपुर रेंज के चार स्टेशनों का नाम है। स्टेशनों पर एसटीबीए (स्टेशन टिकट बुकिंग एजेंट) के लिए टेंडर निकाल दिया गया है। रेल मंडल के इस कदम से घर पर बेरोजगार बैठे लोगों को रोजगार का मिलेगा। हर टिकट पर टेंडर लेने वाले लोगों को पैसे कमीशन के रूप में दिए जाएंगे। सात जून तक आखिरी समय है। मालदा रेल मंडल के वरीय वाणिज्य प्रबंधक के नाम से आवेदन करना होगा। नौ जून का निविदा के कागजात खोले जाएंगे। जिन लोगों का आवेदन हर तरीके से सही होगा, उन्हें ही टिकट बेचने की जिम्मेदारी मिलेगी।
तीन वर्ष का होगा अनुबंध, हर टिकट पर कमीशन
रेलवे की ओर से बकुदी, सुजनीपारा, महिपाल रोड, सबौर, टेकानी, गनगनिया, बाराहाट स्टेशनों पर टिकट बेचने की जिम्मेदारी आम जनता को दी जाएगी। रेलवे की ओर से तीन वर्ष का अनुबंध रहेगा। टिकट काटने की एवज में संबंधित अभिकर्ता को कमीशन के रूप में राशि दी जाएगी। टिकट बिक्री के लिए कांट्रेक्टर बहाल करने के लिए टेंडर किया गया है। इसके अतिरिक्त और बहाल करने के लिए टेंडर निकाला गया है। इन स्टेशनों से राजस्व देने का दावा करने वाले कांट्रेक्टरों को बहाल करने की योजना है। रेलवे एजेंट बहाल करने से रेलवे अधिकारियों की टीम इन स्टेशनों पर टिकट बिक्री और यात्रियों की भीड़ का आकलन किया गया है।
ई-कटेगरी वाले स्टेशनों पर स्टेशनों पर एसटीबीए के तहत सुविधा बहाल के लिए निविदा निकाली गई है। इससे यात्रियों को टिकट लेने में सहूलियत होगी। साथ ही घर बैठे बेरोजगार लोगों को रोजगार मिलेगा। मालदा रेल मंडल की ओर से यात्री सुविधा के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। -पवन कुमार, वरीय वाणिज्य प्रबंधक, मालदा रेल मंडल।
रोजगार देना रेलवे का मकसद
स्टेशनों पर एसटीबीए (स्टेशन टिकट बुकिंग एजेंट) यात्रियों को अनारक्षित रेल टिकट उपलब्ध कराएंगे। दरअसल, रेलवे एसटीबीए का लाइसेंस जारी कर जहां यात्रियों को बेहतर से बेहतर सुविधा देने की पहल की है। वहीं, बेरोजगार शिक्षित युवा को रोजगार के साधन मिले यह भी इसका मकसद है। काउंटर का लाइसेंस देने से पहले आवेदक का चरित्र प्रमाण पत्र सहित अन्य कागजात जमा करना होगा।