देवघर-अगरतला एक्सप्रेस का न्यू जलपाइगुड़ी स्टेशन पर ठहराव समय में बदलाव, अन्य कई ट्रेनों के समय पर भी परिवर्तन
भारतीय रेलवे देवघर-अगरतला एक्सप्रेस का न्यू जलपाइगुड़ी स्टेशन पर ठहराव समय में बदलाव अन्य कई ट्रेनों के समय पर भी परिवर्तन। न्यू जलपाइगुड़ी स्टेशन पर डेढ़ दर्जन ट्रेनों के ठहराव के समय में बदलाव का लिया गया है निर्णय।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। देवघर-अगरतला एक्सप्रेस अब न्यू जलपाइगुड़ी में एक घंटे पहले पहुंचेगी। रेलवे के अधिकारियों के अनुसार यह ट्रेन दोनों दिशाओं में न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन पर नई समय-सारिणी के अनुसार रुकेगी। देवघर-अगरतला एक्सप्रेस सहित रेलवे ने न्यू जलपाइगुड़ी स्टेशन पर डेढ़ दर्जन एक्सप्रेस ट्रेनों के समय में बदलाव करने का निर्णय लिया है। अभी नई समय-सारिणी के अनुसार देवघर-अगरतला एक्सप्रेस के ठहराव की तारीख निर्धारित नहीं हुई है, लेकिन जल्द ही तिथि तय की जाएगी। नई समय-सारिणी के अनुसार देवघर से जाने के क्रम में सुबह 7:30 बजे के बदले एक घंटे पहले 6:30 बजे न्यू जलपाइगुड़ी स्टेशन पहुंचेगी और 10 मिनट ठहराव के बाद रवाना होगी। वहीं अगरतला से आने के क्रम में यह ट्रेन न्यू जलपाइगुड़ी शाम 5:30 बजे के बदले शाम 5:15 बजे पहुंचेगी और 5:25 बजे रवाना होगी। अन्य स्टेशनों पर समय-सारिणी में कोई बदलाव नहीं होगा।
अब शहर की पहचान वाले उत्पाद खरीद सकेंगे रेलयात्री
वन स्टेशन, वन प्रोडक्ट योजना के तहत रेलवे स्टेशन पर शहर की पहचान वाले उत्पाद यात्री खरीद सकेंगे। इसके लिए जल्द अस्थाई स्टाल लगाए जाएंगे। यहां सिल्क वस्त्र, कतरनी चूड़ा, मंजूषा पेंटिंग, हैंडीक्राफ्ट से बनी वस्तुएं स्टाल पर उपलब्ध रहेंगी। हावड़ा स्टेशन की तरह भागलपुर में भी उक्त उत्पादों को स्टाल के जरिए बेचा जा सकेगा।
मालदा रेलवे मंडल का सबसे ज्यादा कमाई देने वाला भागलपुर रेलवे स्टेशन है और 'एक स्टेशन एक उत्पाद' योजना को लागू करेगा। पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक अरुण अरोड़ा ने कहा कि भागलपुर शहर की पहचान वाले उत्पादों की बिक्री लोगों को आकर्षित करेगा। रेलवे स्टेशन एक मार्केटिंग चैनल के रूप में कार्य करेगा और एक स्टाल आवंटित करेगा। जहां विशेष क्षेत्र के लिए विशिष्ट स्थानीय उत्पाद बेचा जाएगा।
शुरुआत में 15 दिनों की अवधि के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में ऐसा किया जा सकेगा। रेलवे ने इस बजट में एक रेलवे स्टेशन, एक उत्पाद योजना की घोषणा की थी। इसमें उस शहर की पहचान वाले उत्पादों को स्टेशन पर विक्रय करने और कला को बढ़ावा देना है। इसके तहत स्टेशनों का चयन किया जा रहा है और इस योजना को जमीन पर लाने के लिए काम शुरू दिया गया है। हावड़ा स्टेशन से इसकी शुरुआत की गई है। उन्होंने बताया कि भागलपुर स्टेशन पर स्टाल लगाने तारीख तय होने पर हस्तशिल्प की बिक्री और प्रदर्शन के लिए इच्छुक विक्रेता आवेदन कर सकेंगे। शिल्पकारों की पहचान स्थानीय स्वयं सहायता समूहों, गैर सरकारी संगठनों के माध्यम से की जाएगी।