Indian Railway : जमालपुर-खगडिय़ा-बेगूसराय के बीच बढ़ेंगी ट्रेनें, मेमू के परिचालन का भी डीआएम ने दिया भरोसा, स्टेशन पर दिखेगा बदलाव
Indian Railway जमालपुर खगडि़या और बेगूसराय के रेलयात्रियों के लिए खुशखबरी है। इन तीनों जगहों के लिए और ट्रेनों का परिचालन होगा। साथ ही बेगूसराय के लिए मेमू ट्रेनों के परिचालन की भी डीआरएम ने हरी झंडी दी है।
जागरण संवाददाता, मुंगेर। जमालपुर से बेगूसराय और खगडिय़ा के लिए ट्रेनों की संख्या बढ़ेंगी। इस रेल सेक्शन पर डेमू (डीजल मल्टीपल यूनिट)जगह मेमू (मेन लाइन इलेक्ट्रिक) ट्रेनें चलेंगी। इसके लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। जोन और बोर्ड से सहमति मिलने के बाद मेमू ट्रेनों का परिचालन सामान्य हो जाएगा। इसके चलने से न सिर्फ कोचों की संख्या बढ़ेगी बल्कि यात्रियों की समय में बचत होगी। यह जानकारी मालदा के रेल मंडल प्रबंधक यतेंद्र कुमार ने दी। डीआरएम गुरुवार को मुंगेर स्टेशन का निरीक्षण करने पहुंचे थे। डीआरएम ने कहा कि यात्री सुविधाओं पर मालदा रेल मंडल का विशेष फोकस है। जमालपुर जंक्शन पर लिफ्ट लगाया गया है, यात्रियों के लिए जल्द ही सेवा बहाल की जाएगी। डीआरएम ने कहा कि आने वाले दिनों में मुंगेर रेल सेक्शन पर गाडिय़ों की संख्या बढ़ेंगी। लगभग 45 मिनट तक निरीक्षण के बाद डीआरएम जमालपुर गए।
स्टेशन को स्टेशन ही रखें, झोपड़पट्टी नहीं बनाएं
डीआरएम सुबह 10 बजे स्पेशल सैलून से मुंगेर आए थे। प्लेटफार्म पर उतरते ही गड्डे और गंदगी देख भड़क गए। डीआरएम ने इसके लिए स्टेशन अधीक्षक की खूब खबर ली। उन्होंने सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने की नसीहत दी और कहा कि अगली बार गंदगी मिली तो खैर नहीं है। स्टेशन के आसपास झोपडिय़ां देखकर भड़क गए। स्टेशन अधीक्षक और आरपीएफ को साफ कहा कि स्टेशन को स्टेशन ही रखें झोपड़पट्टी नहीं बनाएं। अवैध रूप से रेलवे ट्रैक क्रास करने वालों के लिए लाइन के दोनों ओर बोर्ड लगाने का भी निर्देश दिया। सरकुलेङ्क्षटग एरिया, वेङ्क्षटग हाल को भी देखा और यात्री सुविधाओं से रूबरू हुए। करीब 45 मिनट निरीक्षण करने के बाद सड़क मार्ग से जमालपुर गए।
एसएस ने कहा कि आठ हजार में बेहतर सफाई कैसे होगी
डीआरएम के जाने के बाद एसएस ने कहा कि आठ हजार रुपये सफाई मद में आता है। आठ हजार रुपये में बेहतर सफाई कैसे होगी। दरअसल, प्लेटफार्म की बात तो दूर वेङ्क्षटग हाल से लेकर हर तरफ गंदगी फैली रहती है। ट्रेन से उतरने के बाद यात्रियों को काफी पेरशानियों का सामना करना पड़ता है। यात्री राहुल, साजन, रामकिशुन ने बताया कि स्टेशन पर यात्री सुविधाओं के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जाती है। स्टेशन पर अधिकारी के आगमन के बाद ही सफाई होती है। हर दिन जहां-तहां गंदगी पसरी रहती है।
डीआरएम के जाने के बाद पहले जैसी स्थिति
डीआरएम के आगमन की सूचना पर स्टेशन की सफाई धडा़धड शुरू हुई। स्टेशन परिसर से ई-रिक्शा और आटो को हटा दिया गया। लेकिन, यह सिर्फ दिखावा था। साहब के जाते ही फिर से पहले की तरह स्थिति बन गई। ई-रिक्शा का पड़ाव फिर से लग गया। साथ ही सफाई कर्मी भी निकल गए। यात्रियों ने कहा कि सारी व्यवस्था अधिकारियों को दिखाने की ली जाती है।