भारतीय रेल : मांस के एक टुकड़े ने बिहार में सवा घंटे तक कर दिया ट्रेन यातायात प्रभावित
भारतीय रेल पक्षियों के कारण साहिबगंज-भागलपुर-जमालपुर रेलखंड पर सवा घंटे परिचालन रहा ठप। मौलानाचक के पास 25 हजार वोल्ट तार पर मांस का टुकड़ा गिराने से 1130 लाइन में आई खराबी। दोपहर 1235 ठीक होने पर शुरू हुआ परिचालन।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। पक्षी ने मंगलवार को रेलवे की बिजली उड़ा दी, इससे ट्रेनों के पहिये थम गए। सवा घंटे के लिए साहिबगंज-भागलपुर-जमालपुर रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन परिचालन ठप रहा। भागलपुर और नाथनगर स्टेशनों के बीच मौलानाचक के समीप एक पक्षी ने 25 हजार वोल्ट के तार पर मांस का टुकड़ा गिरा दिया। इसकी वजह से दिन के 11:30 रेल ओवरहेड वायर में खराबी आ गई। लाइन ट्रिप करने से पावर फेल हो गया। इससे चलती ट्रेन में ब्रेक लग गया और साहिबगंज-भागलपुर-जमालपुर रेलखंड में ट्रेनों का परिचालन ठप हो गई। सूचना मिलने पर भागलपुर स्टेशन अधीक्षक राजीव शंकर, रेलवे इलेक्ट्रिक सेक्शन के अभियंता सहित रेलवे के कई अधिकारी मौके पर पहुंचे। एक घंटे की मशक्कत के बाद दोपहर 12:35 बजे फाल्ट को ठीक किया गया। इसके बाद ट्रेनों का परिचालन शुरू हो सका।
उधर, इसकी वजह से भागलपुर से आनंद विहार तक चलने वाली 12367 अप विक्रमशिला एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय 11:50 बजे की जगह 45 मिनट विलंब से 12:35 बजे भागलपुर स्टेशन से खुली। 13236 साहिबगंज-दानापुर इंटरसिटी भागलपुर स्टेशन के आगे एक घंटे से अधिक देर के लिए रुकी रही। इसके अलावा धुलियान पैसेंजर भागलपुर स्टेशन और घोघा स्टेशन पर और पैसेंजर ट्रेन सहित विभिन्न स्टेशनों के पास ट्रेनें रुकी रहीं।
ट्रेनों के जहां-तहां खड़ी रहने और विलंब से परिचालन के कारण यात्रियों सहित रेलकर्मियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। स्टेशन अधीक्षक राजीव शंकर ने बताया कि गड़बड़ी ठीक होने के बाद ट्रेनों का परिचालन सुचारू हो गया है।
झारखंड से रेल ओवरहेड लाइन को मिल रहा पावर किऊल-जमालपुर-भागलपुर-साहिबगंज रेलखंड के विद्युतीकरण होने के बाद रेलवे को बिजली आपूर्ति के लिए भागलपुर के सबौर ग्रिड में रेलवे फीडर बनाया गया। ग्रिड से रेलवे फीडर का 1.32 लाख संचरण लाइन चालू भी हो चुका है। भागलपुर रेलवे स्टेशन परिसर में पावर सब स्टेशन भी बन चुका है। सबौर में रेलवे फीडर चालू होने के बावजूद 25 हजार वोल्ट तार को झारखंड के साहिबगंज से रेलवे को बिजली मिल रही है। संचरण विभाग के कार्यपालक अभियंता कुमार गौरव के अनुसार एक साल पहले ही रेलवे फीडर चालू हो चुका है। इसके लिए स्टेशन परिसर में विद्युत उपकेंद्र भी बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि फीडर के चालू होने के बाद भी यहां से बिजली नहीं ली गई है। झारखंड और जमालपुर से बिजली की आपूर्ति हो रही।