दीपावली के बाद बिगड़ा कटिहार का एक्यूआइ लेवल
कटिहार में हवा की गुणवत्ता को आंकने वाला एयर क्वालिटी इंडेक्टस औसत से भी नीचे पुअर लेवल तक पहुंच गया है।
कटिहार (नीरज कुमार)। बड़े शहरों की तरह अब छोटे शहरों की हवा में भी प्रदूषण के कारण जहर घुल रहा है। सिलीगुड़ी स्थित सेंट्रल पॉलूशन कंट्रोल बार्ड की एयर क्वालिटी इंडेक्स रिपोर्ट के मुताबिक को कटिहार में हवा की गुणवत्ता को आंकने वाला एयर क्वालिटी इंडेक्टस औसत से भी नीचे पुअर लेवल तक पहुंच गया है। ताज्जुब यह है कि दीपावली के दिन आतिशबाजी के कारण प्रदूषक तत्वों के बढ़ने के बाद भी एयर क्वालिटी इंडेक्स सोमवार की अपेक्षा औसत से उपर थी। हवा में मुख्य प्रदूषक का स्तर 10 पीएम तक आंका गया है। यद्यपि यह स्तर गंभीर नहीं है। लेकिन पिछले एक सप्ताह में वायु प्रदूषण के स्तर में लगातार उतार चढ़ाव के कारण आने वाले समय में इसे खतरे का संकेत भी माना जा रहा है। हवा की गुणवत्ता का एक्यूआइ लेवल औसत से नीचे आने के कारण लोगों में श्वसन तंत्र की बीमारी होने का खतरा भी बढ़ गया है। रिपोर्ट के मुताबिक हृदय एवं फेफड़े तथा अस्थमा से पीड़ित मरीजों के स्वास्थ्य के लिए भी प्रदूषण का स्तर खतरनाक साबित हो सकता है। पर्यावरण विशेषज्ञों के मुताबिक वातावरण में प्रदूषक तत्व अब भी छाया हुआ है। शहरी क्षेत्र में इसका मुख्य कारण वाहनों से निकलने वाले धुएं को माना जा रहा है। सड़कों पर वाहनों के भारी दवाब के कारण मिरचाईबाड़ी, विनोदपुर, रेलवे कॉलोनी जैसे इलाकों में वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है। विशेषज्ञों के मुताबिक वाहनों से होने वाले प्रदूषण के कारण हवा में गर्म गैस एवं प्रदूषक तत्व की मात्रा बढ़ने का सीधा असर स्थानीय मौसम पर भी हो रहा है। छठ के समय भी ठंड नहीं पड़ने का कारण भी प्रदूषण ही है।
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कोट:
हाल के दिनों में वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ा है। एयर क्वालिटी इंडेक्स की रिपोर्ट में सोमवार को यहां वायु प्रदूषण स्तर का संकेतकांक पुअर लेवल तक पहुंच गया है। जबकि दीपावली के दिन भी स्थिति इस अनुपात में ठीक थी। हवा में प्रदूषक तत्व बढ़ने के कारण वायु प्रदूषण के स्तर में उतार चढ़ाव देखा जा रहा है। आमलोग इसको लेकर जागरूक नहीं हुए तो आने वाले समय में यह गंभीर खतरे का संकेत भी है।
डा. टीन तारक, पर्यावरण विशेषज्ञ, कटिहार।