अररिया के गांवों में 29 प्रशिक्षु अधिकारी गांवों में बिताएंगे रात, शिक्षा, जानिए क्या है योजना, कब से कब तक
लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी मसूरी से 29 प्रशिक्षु अधिकारी अररिया के विभिन्न गांवों में छह जनवरी तक रहेंगे। गांवों की स्थिति का आंकलन करेंगे। शिक्षा व स्वास्थ्य व्यवस्था को भी देखेंगे। पंचायत राज व्यवस्था का काम देखेंगे।
जागरण संवाददाता, अररिया। लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी, मसूरी से 29 प्रशिक्षु आइएएस, आइपीएस व आइएफएस अधिकारी मंगलवार से गांवों में छह जनवरी तक रहेंगे। वे वहां गांवों की स्थिति का आंकलन करेंगे। साथ ही गांव की शिक्षा व स्वास्थ्य व्यवस्था को भी देखेंगे।
29 अधिकारियों को पांच दलों में बांटा गया है। इनमें रानीगंज प्रखंड के हांसा पंचायत सरकार भवन में छह अधिकारी रहेंगे। इसी तरह पलासी के पंचायत सरकार भवन मजलिशपुर में छह, सिकटी के उत्क्रमित उच्च विद्यालय भुतहा बोकंतरी में छह, कुर्साकांटा के पंचायत सरकार भवन रहमटीना में पांच व नरपतगंज के मध्य विद्यालय भोड़हर, भंगही में छह अधिकारी रात बिताएंगे। 29 अधिकारियों में नौ महिला अधिकारी भी शामिल हैं।
सभी अधिकारी 28 दिसंबर को डीएम प्रशांत कुमार के साथ परमान सभागार में बैठक करेंगे। इसके बाद जिला मुख्यालय में ही कुछ जगहों पर जाएंगे। शाम में वे लोग संबंधित गांवों में चले जाएंगे। 29 दिसंबर से अधिकारी गांवों में दिनभर लोगों से मिलेंगे। गांव के बुजुर्गो से मिलकर गांव के बारे में पूरी जानकारी लेंगे। वे लोग गांव के परिवरेश को पूरी तरह समझेंगे। इसके साथ ही ग्रामीण युवा और उनकी आकांक्षाओं को जानेंगे।
इसके लिए जिस पंचायत सरकार भवन व स्कूल में ठहरेंगे, वहां साफ-सफाई से लेकर रहने की पूरी व्यवस्था की गई है। वहां पर चौकीदार हमेशा मौजूद रहेंगे। इनकी सुरक्षा के लिए संबंधित थाना की पुलिस उनके साथ रहेंगे। नोडल पदाधिकारी पंकज कुमार गुप्ता का कहना है सारी तैयारी पूरी हो गई है। सोमवार देर शाम तक सभी अधिकारी अररिया पहुंच चुके थे।
पानी का दुरुपयोग नहीं करें
अररिया प्रखंड के हयातपुर, मिर्जापुर, चंद्रदेई आदि पंचायतों में सोमवार को उन्मीखरण कार्यशाला आयोजन किया गया। जिसमें लोक स्वास्थ्य प्रमंडल के कनीय अभियंता आशुतोष कुमार ने लोगों को पानी के दुरुपयोग से बचने और संरक्षित करने के प्रति जागरूक किया गया। उन्होंने मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना की विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान जलापूर्ति योजना के पंप चालकों को प्रशिक्षण दिया गया। इस कार्यशाला में दो दर्जन से अधिक आपरेटर शामिल थे। कनीय अभियंता राजीव रंजन सिन्हा, अमोल राठोड नीति आयोग, पिरामल सर्वजल के मोहोम्मद मिजान आदि सरकार की संचालित योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया। साथ ही हर घर नल जल की वत्र्तमान स्थिति, पंप चालकों के दायित्व, पेयजल बजट एवं खर्च, पेयजल आपूर्ति संबंधि समस्याओं के निवारण, जल गुणवत्ता, जल स्वछता, उत्तम स्वास्थ्य आदि के बारे में विस्तार से बताया