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जमुई: आसमान छू रहे इम्‍यूनिटी बढ़ाने वाले फलों के दाम, जानिए किस भाव बिक रहा सेब और नारियल

कोरोना के बढ़ते संक्रमण का असर फल मंडी पर भी दिखने लगा है। जमुई के फल मंडियों में इम्‍यूनिटी बढ़ाने वाले फलों की खूब मांग हो रही है। इससे इन फलों के दाम भी तेजी से बढ़ने लगे हैं।

By Abhishek KumarEdited By: Published: Mon, 17 Jan 2022 08:52 AM (IST)Updated: Mon, 17 Jan 2022 08:52 AM (IST)
जमुई: आसमान छू रहे इम्‍यूनिटी बढ़ाने वाले फलों के दाम, जानिए किस भाव बिक रहा सेब और नारियल
कोरोना के बढ़ते संक्रमण का असर फल मंडी पर भी दिखने लगा है।

संवाद सहयोगी जमुई। कोरोना संक्रमण के तीसरी लहर से बचने के लिए विशेषज्ञ इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए फल, सलाद एवं हरी सब्जियों का सेवन करने की सलाह दे रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना संक्रमण के दौरान रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए पोषक खाद्य पदार्थों का नियमित सेवन करना अत्यंत ही लाभकारी है।

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विटामिन सी सबसे ज्यादा खट्टे फलों में मौजूद होता है, जैसे संतरा, मौसमी, किन्नू, स्ट्राबेरी, जामुन, नींबू और आंवला। विटामिन सी शरीर में श्वेत रक्त कोशिका को बनाता है जो इंफेक्शन से लडऩे में शरीर की मदद करता है। कोरोना संक्रमण से बचने के लिए इम्यूनिटी बढ़ाने वाले फल और सब्जी की मांग बढ़ गई है, लेकिन मंडी और बाजार में फल-सब्जी, इम्यूनिटी बढ़ाने वाले फलों के दाम में रोज इजाफा हो रहा है। इससे यह गरीब तबके से दूर हो गया है।

लोगों का कहना है कि एक ओर जहां कोरोना कहर बरपा रहा है तो फल व सब्जी बेचने वाले मनमानी कर रहे हैं। महंगाई के कारण आम लोगों को परेशानी हो रही है। हालांकि व्यवसायी ने बताया ट्रांसपोर्टिंग में अधिक लागत लग रही है। असमय बारिश होने के कारण हरी सब्जी की फसल बर्बाद होने से बाजारों में अवाक की कमी हुई है।

एक ओर जहां कोरोना के जंग में शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए विशेषज्ञों द्वारा पौष्टिक खाद्य पदार्थ सेवन करने की सलाह दी जा रही है। वहीं, दूसरी ओर फल व सब्जी के रेट इतने महंगे हैं कि खरीदने के लिए सोचना पड़ता है। लेकिन इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए खरीदना मजबूरी बन गया है।

रविंद्र कुमार सिंह

पिछली बार भी जब कोरोना ने दस्तक दी थी तो उस समय भी फल व सब्जी बेचने वालों ने मनमानी की थी। इस बार भी ऐसा ही है। गरीब आदमी फल व सब्जी नहीं खरीद पा रहे हैं। मंहगाई के कारण रसोई चलाने की ङ्क्षचता रहती है।

रुचि कुमारी ,गृहणी

कोरोना संक्रमण के भय से इस समय काम भी नहीं मिल रहा है। ऐसे में पैसे की कमी भी आड़े आने लगी है। वहीं इम्यूनिटी बढ़ाने में फल व सब्जी के बढ़े दामों ने भी ङ्क्षचता बढ़ा दी है। इस ओर न तो शासन और न ही प्रशासन का ध्यान है। -नंदकिशोर तांती

कुछ फल और सब्जी ऐसी हैं, जो इम्यूनिटी बढ़ाती हैं। लेकिन रोजाना इनके दामों में भी इजाफा हो रहा है और आम आदमी से दूर होती जा रही हैं। ऐसे में कोरोना से जंग लडऩे के लिए इम्यूनिटी बढ़ाना मुश्किल लग रहा है। -प्रेमचंद चौरसिया

खुदरा बाजार में सब्जी के रेट प्रति किलो

नया आलू- 20 रुपये

बैगन- 35 रुपये

हरा मिर्च- 50 रुपये

लौकी- 30 रुपये

टमाटर - 30 रुपये

हरा धनिया पत्ती -60 रुपये

पालक - 30 रुपये

अदरक- 60 रुपये

लहसुन- 60 से 100 रुपये

प्याज - 40 रुपयेटहल - 160 रुपये

नींबू -05 रुपये प्रति पीस

बींस- 50 रुपये

खीरा- 50 रुपये

गाजर- 30 रुपये

शिमला मिर्च- 120 रुपये

ब्रोकली गोभी- 30से 40 रुपये प्रति पीस

हरा मटर- 40रुपये

बीट- 60 रुपये

भिंडी- 80 रुपये

कच्चा आवला- 80 रुपये

खुदरा बाजार में फल व ड्राई फ्रूट के मूल्य प्रति किलो

खजूर-120 से 200 रुपये

काजू- 700 से 800 रुपये

अखरोट बिना छिलका- 1000 रुपये

अखरोट छिलका सहित- 700 रुपये

पिस्ता बदाम- 700 रुपये

अंजीर- 800 से 1000 रुपये

चिनिया बादम-130 रुपये

सेब- 100 रुपये

अंगूर-- 120 रुपये

संतरा-- 60 रुपये

मौसमी-- 140 रुपये

नारियल डाभ (प्रति पीस) -40 रुपये

अनार -120 रुपये

केला चिनीया- 40 रुपये दर्जन

अमरूद- 80 से 120 रुपये

पपीता- 40 रुपये


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