बांका और अमरपुर में अवैध बालू उठाव का हो रहा खेल, बालू माफिया और पुलिस गठजोड़ उजागर
बालू उठाव पर रोक के बावजूद लगातार माफिया और पुलिस की आपसी सांठ-गांठ के बीच यह खेल जारी है। लगातार नदियों का दोहन हो रहा है। नदियों से बालू उठाए जा रहे हैं।
बांका, जेएनएन। बालू माफिया और पुलिस गठजोड़ से जनता अब आजित आ गई है। कोई उपाय नहीं देख लोगों को सड़क पर उतरना पड़ रहा है। रविवार को अमरपुर के खंजरपुर और सोमवार को बांका के शंकरपुर में बालू माफिया के खिलाफ उतरने को लोग मजबूर हुए हैं। खंजरपुर में रास्ते को ही ग्रामीणों ने काट दिया, ताकि ट्रैक्टर नहीं चले। शंकरपुर में स्थानीय लोगों द्वारा बालू ट्रैक्टर व जेसीबी पकड़ कर देने के बाद पुलिस ने इसे छोड़ दिया। दरअसल, नदी किनारे वाले गांव के लोग अवैध उठाव से परेशान हैं। बांका में बलारपुर, मजलिशपुर से लेकर ककना और गोलाहू तक अवैध उठाव का बड़ा केंद्र है। अमरपुर में मादाचक, मालदेवचक, बीरमां, खंजरपुर, भदरिया तक हर दिन अभी हजार से अधिक ट्रैक्टर बालू रहा है। स्थानीय लोग विश्वास से पुलिस को फोन करते हैं, लेकिन कभी पुलिस कार्रवाई नहीं करती है। उल्टे पुलिस ऐसे लोगों को पुलिसिया पेंच में फंसाने से भी नहीं रूकती है। ग्रामीण सड़कों पर ट्रैक्टर के शोर से
जब लोगों के रात की नींद गायब होने लगी तो सड़क पर उतरने को मजबूर हुए।
दरअसल, ग्रीन ट्ब्यूनल के आदेश पर जिला के नदी घाटों से सितंबर तक बालू उठाव प्रतिबंधित है। इस कारण संवदेक ने अपना काम समेट लिया है। लेकिन बालू घाटों पर अवैध माफिया सक्रिय हो गया है। अमरपुर और बांका के थानेदार का तबादला हो जाने से इस लूट को खुली छूट मिल गई है। केवल इस दो थाना क्षेत्र में चांदन नदी से अभी हर दिन हजार ट्रेलर बालू निकल रहा है।
हजार रूपये में दिन भर बालू ढोने का पास
अवैध बालू कारोबारी के ही मुताबिक अभी बालू घाट पर एक ट्रैक्टर चलाने के लिए एक दिन का हजार रुपया जमा करना होता है। सब थाना का एक ही रेट है। पैसा जमा करने वाले ट्रैक्टर का नंबर पुलिस के पास रहता है। वह कहीं चले उसे पुलिस हाथ नहीं देता है। वरीय अधिकारी की जांच से बचने के लिए ट्रैक्टर के साथ पासर चलता है। हर चौक पर उसके लोग तैनात रहते हैं। उनके मुताबिक बांका और अमरपुर में ही अभी हजार ट्रैक्टर का 10 लाख रुपया रोजना पुलिस के पास पहुंच रहे हैं। रजौन, बाराहाट थाना भी इसमें पीछे नहीं है। इधर, एसडीपीओ डीसी श्रीवास्तव ने बताया कि बालू माफिया के खिलाफ कार्रवाई हो रही है। अमरपुर के कई माफिया पर केस किया गया है।