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दवा व्यवसाय की आड़ में शहर में नशा बांट रहे शातिर, बेची जा रही नशीली दवाइयां

जिले में शातिरों द्वारा चल रहा नशे का कारोबार विभागीय और पुलिस की मदद से फलफूल रहा है। संबंधित विभाग ने फूल फूल रहे इस धंधे को लेकर अपनी आंखें मूंद ली है।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Wed, 21 Nov 2018 09:32 PM (IST)Updated: Thu, 22 Nov 2018 08:50 AM (IST)
दवा व्यवसाय की आड़ में शहर में नशा बांट रहे शातिर, बेची जा रही नशीली दवाइयां
दवा व्यवसाय की आड़ में शहर में नशा बांट रहे शातिर, बेची जा रही नशीली दवाइयां

भागलपुर (बलराम मिश्र)। सूबे में शराब बंदी के बाद शहर में कोरेक्स समेत अन्य नशीली दवाइयों का अवैध कारोबार बड़े पैमाने पर शुरू हो गया है। शराब को लेकर की गई सख्ती के बाद नशेबाजों का झुकाव बगैर डॉक्टरी परामर्श के प्रतिबंधित दवाओं की ओर हो गया है। वे इन दवाओं का बड़े पैमाने पर इस्तमाल करते हैं। नशीली दवाइयों के धंधे में कई पुराने शातिर भी लग गए हैं। वहीं ऐसे शातिरों का साथ कुछ दवा व्यवसायियों का मिल गया है। वे अपने दवा व्यवसाय की आड़ में बड़े पैमाने पर शातिरों की मदद से नशे का कारोबार कर रहे हैं। पुलिस का ऐसे धंधेबाजों के विरूद्ध कार्रवाई करना काफी मुश्किल है।

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एमपी द्विवेदी रोड में बड़े पैमाने पर हो रहा नशे का काला कारोबार

दवाइयों के बड़े बाजार एमपी द्विवेदी रोड स्थित कई ऐसी मेडिकल और व्यवसायियों की दुकान हैं। जहां काफी संख्या में कोरेक्स सीरप, कोजोम सीरप, डाइलेक्स सीरप, स्पास्मो टैबलेट, नाइट्रोसम टैबलेट, फोडवीन टैबलेट स्टॉक किया जाता है। इसके बाद पुराने शातिरों की मदद से व्यवसायी नशे अलग अलग इलाकों में युवकों तक पहुंचाते हैं। वहीं इसके एवज में शातिर मोटी कमीशन लेने के साथ खुद के नशे के लिए दवा भी लेते हैं। इस लेकर कई बार बड़ी घटनाएं हो चुकी है। जिससे पता चलता है कि नशे का यह कारोबार किस तरह फल फूल रहा है।

विभागीय और पुलिस की मदद से फल फूल रहा है धंधा

जिले में शातिरों द्वारा चल रहा नशे का कारोबार विभागीय और पुलिस की मदद से फलफूल रहा है। संबंधित विभाग ने फूल फूल रहे इस धंधे को लेकर अपनी आंखें मूंद ली है। वहीं कुछ इलाकों में पुलिस की संलिप्तता से इस धंधे के चलने की बात स्थानीय लोग कहते हैं। इस धंधे में बड़े पैमाने पर युवा वर्ग शामिल हो गया है। इसका सेवन भी करने वाला सबसे ज्यादा युवा वर्ग है। ऐसी नशीली दवाइयां उनको बाजार में आसानी से मोटे दामों में उपलब्ध हो जाती है।

एसएसपी आशीष भारती ने कहा कि ऐसे नशा कारोबारियों को चिन्हित कर उन पर शिकंजा कसने के लिए अभियान चलाया जाएगा। ऐसा धंधा करने वालों की सूचना लोग मोबाइल पर दे, उनके विरूद्ध पुलिस कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेगी।

केस स्टडी :

नौ जुलाई 2017 : बरारी पुलिस ने मुसहरी घाट के समीप मदन चौधरी को काफी संख्या में नशीली दवाइयों और सुई के साथ गिरफ्तार किया था।

छह नवंबर : इशाकचक पुलिस ने भीखनपुर सब्जी मंडी में बोरे में भरकर बेच रहे नाबालिग को डाइलेक्स डीसी सीरप और कोजोम कफी सीरप के साथ गिरफ्तार किया था।

10 नवंबर : इशाकचक पुलिस ने मुंगेर के हवेली खडग़पुर निवासी नीरज कुमार सिंह को नशीली दवाओं के कारोबार को लेकर गिरफ्तार किया था। वह बच्चों से नशीली दवाइयों की सप्लाई कराता था।

18 नवंबर : बरारी पुलिस ने ऑटो ड्राइवर को काफी संख्या में फोडबीन टैबलेट, स्पासमो टैबलेट, नाइट्रोसम टैबलेट, डाइलेक्स सीरप, कोजोम सीरप और फोडबीन टैबलेट के साथ मायागंज के राजन कुमार को गिरफ्तार किया था।


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